अजमेर, मेहंदीपुर बालाजी-पिनान की तरह अजमेर-पुष्कर में भी हेलीकॉप्टर राइड का इंतजार है। मेहंदीपुर बालाजी के बाद अब पूर्व में पुष्कर में शुरू हुई हेलीकॉप्टर सेवा की एक बार फिर से से शुरुआत होने की उम्मीद बंधने लगी है।
अजमेर, मेहंदीपुर बालाजी-पिनान की तरह अजमेर-पुष्कर में भी हेलीकॉप्टर राइड का इंतजार है। मेहंदीपुर बालाजी के बाद अब पूर्व में पुष्कर में शुरू हुई हेलीकॉप्टर सेवा की एक बार फिर से से शुरुआत होने की उम्मीद बंधने लगी है। हेलीकॉप्टर सेवा शुरू होने पर देशी-विदेशी सैलानी बढ़ेंगे। साथ ही पर्यटन विभाग को भी फायदा होगा।
पुष्कर-अजमेर पारंपरिक धार्मिक पर्यटन के लिए विख्यात है। ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह, सोनीजी की नसियां, नारेली, पुष्कर के रेतीले धोरे, राजस्थानी खान-पान, नृत्य, परिधान, कैमल सफारी और अन्य आकर्षण पर्यटकों को लुभाते है।
आरटीडीसी ने वर्ष 2023 में पर्यटकों के लिए पुष्कर में हेलीकॉप्टर राइड शुरू की थी। इसमें पुष्कर के रेतीले धोरे, सावित्री मंदिर और आसपास के साइट सीन दिखाने की योजना बनाई गई। लेकिन सरकार बदलते ही सेवा बंद हो गई। हाल में मेहंदीपुर बालाजी-पिनान में हेलीकॉप्टर राइड शुरू की गई है। इससे श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंच रहे है।
अजमेर संभाग पर्यटन का हब है। तीर्थराज पुष्कर, अजमेर में गरीब नवाज की दरगाह सोनीजी की नसियां, नारेली, भीलवाड़ा में मेनाल जल प्रपात, किशनगढ़ में गुंदोलाव सहित अन्य पर्यटक स्थल हैं। इनके लिए आरटीडीसी की टूरिस्ट बस सर्विस नहीं है। साल 2022-23 में अजमेर में बनी टूरिस्ट बस संचालन की योजना कागजों में दबी हुई है।
(स्रोत-मदस विवि मैनेजमेंट विभाग)
| वर्ष | देशी पर्यटक | विदेशी पर्यटक |
|---|---|---|
| 2019 | 39,00,000 | 15,000 |
| 2020 | 31,00,000 | 38,000 |
| 2021 | 18,00,000 | 1,413 |
| 2022 | 32,00,000 | 22,000 |
| 2023 | 45,00,000 | 29,000 |
| 2024 | 52,00,000 | 35,000 |
| 2025 (दिसम्बर तक) | 56,00,000 | 42,000 |
पर्यटक बाधा रहित आवाजाही चाहते हैं। अजमेर-पुष्कर में हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने से फायदा होगा। साथ ही टूरिस्ट बस संचालन से जिले में छोटे और बड़े ईको फ्रेंडली पर्यटन सर्किट बन सकते हैं। निश्चित तौर पर पर्यटन उद्योग को फायदा मिलेगा।
प्रो. शिवप्रसाद, मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष, मदस विवि