पाकिस्तानी जायरीन का जत्था 6 जनवरी को अजमेर पहुंचेगा। पुलिस के साथ प्रशासनिक अधिकारियों का दल पाक जत्थे को अजमेर लाने के लिए अमृतसर के वाघा बॉर्डर पर पहुंच गया है।
अजमेर। ख्वाजा साहब के 813वें उर्स के मौेके पर पाकिस्तानी जायरीन का जत्था 6 जनवरी को अजमेर पहुंचेगा। पुलिस के साथ प्रशासनिक अधिकारियों का दल पाक जत्थे को अजमेर लाने के लिए अमृतसर के वाघा बॉर्डर पर पहुंच गया है। टीम का 6 जनवरी को करीब 200 पाक जायरीन को लेकर स्पेशल ट्रेन से अजमेर आने का प्रोग्राम है। सूत्रों के मुताबिक पाक जत्थे को 10 दिसम्बर तक अजमेर से रवाना करने का कार्यक्रम है।
जानकारी के अनुसार इस मर्तबा पाक जत्था छोटा हो सकता है। पूर्व में 432 पाक जायरीन को भारतीय विदेश मंत्रालय ने वीजा दिया था। लेकिन बदले हालात में पाक जायरीन की संख्या अब 200 के करीब रहने के आसार हैं। पाक जत्थे के अजमेर में ठहराव की अवधि भी कम की गई है। अब 6 जनवरी को आने के साथ 10 जनवरी को पाक जत्थे को अजमेर से विदा किया जाएगा। सिख धर्म के प्रथम गुरु नानकदेव की जन्मस्थली ननकाना साहिब पाकिस्तान में है। जिसके लिए पाक दूतावास द्वारा भारतीय श्रद्धालुओं को सिर्फ एक दिन का वीजा दिया जा रहा है।
पुरानी मंडी स्थित सेन्ट्रल गर्ल्स स्कूल में जिला प्रशासन ने पाक जत्थे के आगमन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। नगर निगम की ओर से पाक जायरीन की नमाज के लिए शामियाना तैयार किया जा रहा है। वहीं 18 कमरे व हॉल में रंग-रोगन कर उसमें ठहरने की व्यवस्था की गई है।