युवक संग लिव-इन में रह रही एक महिला ने अपनी तीन साल की बच्ची को आनासागर झील में फेंककर मौत की नींद सुला दिया। दिल दहलाने वाली यह वारदात बुधवार देर रात को आनासागर-गौरव पथ पर हुई।
अजमेर। युवक संग लिव-इन में रह रही एक महिला ने अपनी तीन साल की बच्ची को आनासागर झील में फेंककर मौत की नींद सुला दिया। दिल दहलाने वाली यह वारदात बुधवार देर रात को आनासागर-गौरव पथ पर हुई। पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया।
बुधवार सुबह करीब 10.30 बजे देवनारायण-शिव मंदिर-गौरव पथ के निकट मासूम बालिका का शव आनासागर झील की सतह पर दिखा। सूचना मिलने पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। गोताखोरों की मदद से मासूम के शव को निकाला गया। पुलिस मासूम की शिनाख्त में जुट गई।
वारदात का खुलासा करते हुए सीओ नॉर्थ रुद्रप्रकाश शर्मा ने बताया कि हैड कांस्टेबल गोविंद शर्मा को बुधवार तड़के 4 बजे शुकलपुरा, सरायनंदन छितरपुर मेहमूरगंज, बनारस निवासी अंजली सिंह उर्फ प्रिया और अल्केश गुप्ता हाल किराएदार जटिया हिल्स, दाता नगर घूमते मिले। पुलिस ने दोनों से पूछताछ की तो महिला ने अपनी बच्ची काव्या (3) उर्फ आरू की गुमशुदगी बताई।
पुलिस ने अभय कमांड सेंटर और क्षेत्र के सीसीटीवी चेक किए। इसमें मंगलवार रात्रि 10.39 से 1.27 बजे तक काव्या अपनी मां के साथ चौपाटी पर घूमती दिखी। जबकि कुछ देर बाद सीसीटीवी खंगाले तो उसमें बच्ची गायब मिली। इसके बाद महिला 1.37 बजे अकेली मोबाइल चलाती दिखी। पूछताछ में संतोषजनक जवाब नहीं देने और बयानों में विरोधाभास पर पुलिस को मामला संदिग्ध लगा।
सीओ नॉर्थ शर्मा ने बताया कि अंजली ने पहले मासूम को सुलाया। गहरी नींद में आने पर चौपाटी पर बिना रेलिंग वाले स्थान से उसे पानी में फेंक दिया। वारदात को अंजाम देने के आधे घंटे बाद उसने अल्केश को घटनास्थल पर बुलाया। दोनों बच्ची को तलाशते नजर आए।
पुलिस ने बताया कि अंजली का विवाह बनारस में राजूसिंह से हुआ था। पारिवारिक विवाद और आर्थिक हालात सही नहीं होने पर वह अवसाद में आकर बेटी काव्या को लेकर घर से निकल गई। अल्केश के साथ वह काफी समय से लिव इन में थी। उसके पति राजूसिंह ने बनारस में पुलिस को रिपोर्ट भी दी थी। इस मामले में अल्केश की भूमिका की भी जांच जारी है।