सरकारी अस्पताल में पाबंदी के बावजूद पार्टी करने का मामला सामने आया है।
सरकारी अस्पताल में पाबंदी के बावजूद पार्टी करने का मामला सामने आया है। अस्पताल के मुख्यमंत्री निशुल्क दवा काउंटर के हॉल में एक हेल्थ वॉरियर्स द्वारा जन्मदिन मनाया गया। इस दौरान केक काटने और अल्पाहार का कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें अस्पताल स्टाफ के साथ अन्य लोग भी मौजूद रहे। वीडियो में एक पुलिसकर्मी के भी शामिल होने की बात सामने आई है। मामला अजमेर के जेएलएन अस्पताल का है।
जहां मनोरोग विभाग की ओपीडी में भी नॉनवेज पार्टी किए जाने का मामला भी उजागर हुआ है। ओपीडी बंद होने के बाद वहां मीट पकाने के लिए अस्थायी चूल्हा बनाया गया। शेफ की तरह मीट पकाने का पूरा वीडियो तैयार किया गया। मीट बनने के बाद सामूहिक भोज आयोजित हुआ। इसमें मौजूद लोगों ने एक-दूसरे के वीडियो बनाए और भोजन घर ले जाने व दूसरों को वितरित करने की बातें भी की।
खास बात यह रही कि पार्टी का वीडियो किसी ने अस्पताल के आधिकारिक सोशल मीडिया ग्रुप में वायरल कर दिया। हालांकि कुछ देर बाद वीडियो डिलीट कर दिया गया, लेकिन उससे पहले ही कई स्टाफ ने इसे डाउनलोड कर लिया। वीडियो वायरल होते ही यह मामला अस्पताल प्रशासन तक पहुंच गया।
अधीक्षक डॉ. अरविन्द खरे ने कहा कि अस्पताल परिसर में किसी भी प्रकार की पार्टी करना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। यदि जन्मदिन समारोह या मीट पार्टी का आयोजन हुआ है तो इसमें शामिल लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल के भीतर ऐसे आयोजनों के उजागर होने से मरीजों और उनके परिजनों में भी नाराजगी देखी जा रही है। लोगों का कहना है कि जहां इलाज और गंभीर माहौल होना चाहिए, वहां पार्टी और भोज अनुचित है। अस्पताल प्रशासन की ओर से मामले की जांच कराई जा रहीं है।