जवाहरलाल नेहरू अस्पताल की जीएनएम ने फंदा लगाकर दी जान, वर्ष 2008 से थी कार्यरत, डिपार्टमेंट बदलने से थी तनाव में, नहीं मिला कोई सुसाइड नोट
अजमेर। शहर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल की जीएनएम शनिवार सुबह अपने घर में मृत पाई गई। मृतका ने अपने घर में ही फंदा लगाकर जान दी। आत्महत्या का कारण डिप्रेशन बताया जा रहा है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवा परिजनों के सुपुर्द किया। घटनास्थल से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अलवरी गेट थाना एसआई राजपाल ने बताया कि 43 वर्षीय मृतका नर्स का नाम करूण मिश्रा है। वह बिहारी गंज स्थित हनुमान नगर की रहने वाली थी। करूणा ने शनिवार तड़के घर के कमरे में फंदा लगाकर जान दे दी। मृतका के पास से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। करूणा वर्ष 2008 से जेएलएन अस्पताल में नर्स का कार्य कर रही थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मृतका के पति शैलेन्द्र शर्मा ने बताया कि उन्होंने रोज की तरह रात में साथ खाना खाया था। उसके बाद देर रात वे सो गए थे। उन्होंने बताया कि सुबह दूसरे कमरे में लाइट जलती देख जब मां अंदर गई तो घटना का पता चला। करूणा का एक साल पहले अस्पताल में डिपार्टमेंट बदला गया था। जहां काम की अधिकता से वह तनाव में थी।
अस्पताल स्टॉफ ने बताया कि करूणा को देखकर कोई यह नहीं कह सकता था कि वह किसी तरह के तनाव में हो। वह हमेशा हंसमुख और मिलसार थी। जिसके चलते जब करूणा की मौत की खबर आई तो एक बार तो कोई यकीन भी नहीं कर सका।