अजमेर से वाया ब्यावर होते हुए कोटा का सफर आना- जाना अब आसान होने वाला है। ब्यावर मसूदा-गोयला हाईवे-26ए बनकर तैयार हो गया है जिससे ब्यावर से कोटा के बीच 30 किमी की दूरी घटेगी और करीब एक घंटे समय की भी बचत होगी।
Beawar-Masuda-Goyla State Highway 26-A: अजमेर से वाया ब्यावर होते हुए कोटा सफर अब आसान हो गया है। ब्यावर मसूदा-गोयला हाईवे 26-ए बनकर तैयार हो गया है जिससे ब्यावर से कोटा के बीच 30 किमी की दूरी घटेगी और करीब एक घंटे समय की भी बचत होगी। लसाड़िया के पास और किटाप में बने दो टोल प्लाजा भी इसी सप्ताह शुरू होने वाले हैं। अब कोटा की और आने-जाने वाले सीमेंट, मिनरल और भारी वाहनों को नसीराबाद और केकड़ी होते हुए सफर नहीं करना पड़ेगा।
इस मार्ग के चालू होने से बांदनवाड़ा और गोयला होते हुए सीधे कोटा जा सकेंगे। इससे करीब 30 किलोमीटर का सफर कम होगा और एक घंटा समय बचेगा। बड़े वाहनों का करीब 5 लीटर डीजल बचेगा। सफर सुरक्षित और आसान होगा।
इस रूट का सबसे खतरनाक हिस्सा खीमपुरा-मसूदा घाटा है। 4 किमी लंबे घाट की चौड़ाई पहले मात्र 3.75 से 5 मीटर थी। इससे जाम और दुर्घटनाओं की आशंका हर समय रहती थी। यह हिस्सा अब 13-16 मीटर हो गया है। भारी वाहन अब आराम से निकल सकेंगे। इससे सुरक्षा और गति दोनों में सुधार की उम्मीद है। ब्यावर, मांडलगढ़, केकड़ी और आसपास के उद्योगों का ट्रैफिक नए मार्ग से तेजी से गुजरने से परिवहन की लागत भी कम होगी।
सार्वजनिक निर्माण विभाग के अजमेर संभाग में आने वाले अजमेर व भीलवाड़ा जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में 6 हाईवे प्रस्तावित हैं। करीब सवा तीन सौ किलोमीटर लंबे इन हाइवे निर्माण पर 814.17 करोड़ की लागत आएगी। इनमें से कई सड़कों को डबल लेन तो कुछ को डेढ़ गुना तक बढ़ाया जाएगा। सभी सड़कों का निर्माण विश्व बैंक और एशियन बैंक के सहयोग से हो रहा है। सड़कों के निर्माण से लोगों को बेहतर कनेक्टीविटी मिलेगी इससे उनका समय भी बचेगा। यह सभी टोल-हाइवे होंगे।
ब्यावर-मसूदा-गोयला स्टेट हाईवे 26-ए : इस सड़क की लम्बाई 67 किलोमीटर है। जिसे ब्यावर से बांदनवाड़ा तक डबल लेन बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर 6.8 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।
अरांई-सरवाड़ स्टेट हाईवे 7-ए : 44.26 किलोमीटर लंबी यह सड़क फिलहाल सिंगल लेन तो कहीं इससे भी कम है। नए प्रोजेक्ट में इसे डबल लेन के निर्माण पर 111.24 करोड़ रुपए लागत।
नसीराबाद-मांगलियावास-पादूकलां स्टेट हाईवे-102 : सिंगल लेन की 63 किलोमीटर लंबे इस मार्ग को डबल लेन में तब्दील इसके निर्माण पर 134.38 करोड़ रुपए लागत।
ब्यावर-पीसांगन-गोविंदगढ़-टहलां-कोटलनियावास स्टेट हाईवे-36 : इस सड़क की लम्बाई 56.7 किलोमीटर है। सड़क सिंगल लेन से भी कम है। अब इसे डेढ़ लेन का बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर 132.77 करोड़ रुपए लागत।
किशनगढ़-अरांई-मालपुरा स्टेट हाईवे-7 ई : वर्तमान में 40 किलोमीटर लंबी सिंगल लेन सड़क को डबल लेन का बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर 162.22 करोड़ रुपए लागत ।