राजस्थान लोकसेवा आयोग की द्वितीय श्रेणी वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा-2022 में फर्जीवाड़े के एक मामले में फरार चल रहे डमी अभ्यर्थी को सिविल लाइंस थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
अजमेर। राजस्थान लोकसेवा आयोग की द्वितीय श्रेणी वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा-2022 में फर्जीवाड़े के एक मामले में फरार चल रहे डमी अभ्यर्थी को सिविल लाइंस थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ने प्रवेश पत्र की फोटो में टेम्परिंग कर मूल अभ्यर्थी की जगह परीक्षा दी थी।
प्रकरण में अनुसंधान कर रहे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अभय कमांड सेंटर) गणेशाराम ने बताया कि जालोर जिले के भीनमाल के पुनासा निवासी दीपाराम विश्नोई (31) को गिरफ्तार किया है। दीपाराम ने आरपीएससी की ओर से आयोजित द्वितीय श्रेणी वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2022 में मूल अभ्यर्थी बाड़मेर गुड्ढा मलानी निवासी जगदीश मेघवाल की जगह पर परीक्षा दी थी। जगदीश ने प्रवेश पत्र में टेम्परिंग करके दीपाराम को अपनी जगह परीक्षा में बैठाया था।
परीक्षा परिणाम आने के बाद जब आरपीएससी में मूल आवेदन पत्र और प्रवेश पत्र पर लगी फोटो का मिलान किया गया तो दोनों में काफी अन्तर आने पर संदेह गहराया। आयोग की जांच कमेटी की रिपोर्ट में आया कि अभ्यर्थी जगदीश मेघवाल ने डमी बैठाकर परीक्षा पास की थी। इसके बाद आरपीएससी ने सिविल लाइन्स थाने में मुकदमा दर्ज करवाया। प्रकरण में मुख्य आरोपी जगदीश मेघवाल को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी, जबकि डमी अभ्यर्थी दीपाराम फरार चल रहा था।
एएसपी गणेशाराम ने बताया कि आरोपी दीपाराम को सोमवार को अदालत में पेश किया। जहां से उसको 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया। पुलिस पड़ताल में आरोपी दीपाराम ने बताया कि डमी अभ्यर्थी बनने के लिए उसने जगदीश मेघवाल से तीन लाख रुपए लिए थे। पुलिस आरोपी से वारदात में शामिल अन्य लोगों और उसके संभावित नेटवर्क के बारे में पूछताछ में जुटी है। आरोपी के खिलाफ उपलब्ध साक्ष्य, बयान के आधार पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।