MP News: दिशा समिति बैठक में जोबट विधायक सेना पटेल ने विभागों की पोल खोल दी। पीएचई से लेकर शिक्षा विभाग तक लापरवाही, भ्रष्टाचार और अनदेखी पर जमकर बरसीं।
Disha Committee meeting: अलीराजपुर जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में शुक्रवार को जोबट विधायक सेना पटेल (Jobat MLA Sena Patel) की अध्यक्षता में हुई। इसमें विधायक ने योजनाओं के ज़मीनी स्तर पर स्थिति को बेहद निराशाजनक बताया।
विधायक ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (PHE) विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि सालभर पहले खुदे हैंडपंपों में आज तक सामग्री नहीं लगाई गई। कई बोर धंस चुके हैं। विभाग ने जनप्रतिनिधियों की राय को नजरअंदाज कर मनमाने स्थानों पर बोर खोदे हैं। सरकार हर घर नल-जल योजना की बात करती है, लेकिन सच्चाई यह है कि अब तक मुश्किल से 10 प्रतिशत घरों तक ही पानी पहुंच पाया है।
विधायक ने आरडीपीएस योजना (ग्रामीण विद्युतीकरण कार्य) में व्याप्त भ्रष्टाचार और ढिलाई पर भी कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि चार साल बीत चुके हैं, लेकिन कई स्थानों पर कार्य अधूरे पड़े हैं। तार टूटकर झूल रहे हैं और आज तक किसी ठेकेदार पर कार्रवाई नहीं हुई। यह योजना पूरी तरह लापरवाही की भेंट चढ़ गई है।
विधायक ने महिला एवं बाल विकास विभाग में सहायिका भर्ती में नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कहा कि पात्र उमीदवारों को दरकिनार कर सेटिंग के आधार पर नियुक्तियां दी गई हैं।
बैठक में विधायक ने एमपीआरडीसी विभाग से अंबुआ से सेजावाड़ा सड़क निर्माण कार्य की जानकारी भी मांगी। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि इस सड़क का टेंडर आगामी छह माह में पूर्ण कर कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। अंत में विधायक ने सभी विभागों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कार्य में सुधार नहीं किए और जवाबदेही तय नहीं की, तो मैं आंदोलन का रास्ता अपनाने में भी पीछे नहीं हटूंगी। बैठक में कलेक्टर नीतू माथुर समेत विभिन्न विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
विधायक ने बताया कि ग्राम आमखूट में कक्षा 1 से 5वीं तक के 51 बच्चों को एक ही कमरे में पढ़ाया जा रहा है। यह शिक्षा के अधिकार अधिनियम (RTE) का खुला उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि जब बच्चों को पढ़ने के लिए पर्याप्त जगह ही नहीं है, तो शिक्षा विभाग के अधिकारी आखिर कर क्या रहे हैं?