Alwar News जिला अस्पताल में मरीजों की जांच व दवा सहित पूरा इलाज निशुल्क है। फिर भी चिकित्सक मरीजों को गुमराह कर अपने निजी क्लीनिकों पर इलाज के लिए बुला रहे हैं। ताजा मामला सामान्य अस्पताल का है।
Alwar News जिला अस्पताल में मरीजों की जांच व दवा सहित पूरा इलाज निशुल्क है। फिर भी चिकित्सक मरीजों को गुमराह कर अपने निजी क्लीनिकों पर इलाज के लिए बुला रहे हैं। ताजा मामला सामान्य अस्पताल का है।
बड़ौदामेव निवासी प्रदीप कुमार की छोटी बहन पथरी की समस्या से पीड़ित है। उसके हाथ के अंगूठे में नाखून अंदर की तरफ ग्रोथ करने से अंगूठा भी पक गया था। इस पर वह अपनी बहन को दिखाने के लिए मंगलवार को सामान्य अस्पताल आया था। यहां पथरी के लिए फिजिशियन को दिखाने के बाद अंगूठे की समस्या बताई तो उसने हड्डी रोग विभाग में जाने की सलाह दी।
इस उसने हड्डी रोग विभाग में सेवाएं दे रहे राजमेस के चिकित्सक डॉ. आकाश बंसल को दिखाया। पीड़ित का आरोप है कि चिकित्सक ने उसकी बहन को कहा कि इसका इलाज यहां नहीं होगा। आपको अपना कार्ड दे रहा हूं, मेरे क्लीनिक पर आ जाना। इसके बाद वह चिकित्सक के पास फिर से गया तो चिकित्सक ने उसे गुस्से में कहा कि आपको कार्ड दिया है न, क्लीनिक पर आ जाना।
पीड़ित ने बताया कि उसके पास इलाज के लिए रुपए नहीं होने के कारण उसने अपने परिचित को फोन कर रुपए मांगे, तो उसने सरकारी अस्पताल में निशुल्क इलाज की बात कहते हुए पीएमओ से शिकायत करने को कहा। इस पर लिखित शिकायत लेकर पीएमओ से मिला तो उन्होंने उसे डॉ. अखिलेश के पास भेज दिया।
जब वह उनके पास गया तो उसने पर्ची पर कुछ जांच लिखते हुए जांच कराने के बाद उसके निजी क्लीनिक पर दिखाने के लिए बोला। मंगलवार को जांच रिपोर्ट लेट आने के कारण वह गांव लौट गया। बुधवार को जांच रिपोर्ट लेकर डॉ. अखिलेश से मिलने अस्पताल आया तो स्टाफ ने ऑपरेशन थिएटर में होने की जानकारी दी। इस पर उसने ऑपरेशन थिएटर गया तो वे वहां नहीं मिले। इसके बाद उन्हें फोन किया तो उन्होंने कहा कि मैंने कल बताया था न कि क्लीनिक पर आ जाना।
पीड़ित ने बताया कि आखिर में परेशान होकर वह सुबह साढ़े 11 बजे डॉ. अखिलेश के बताए अनुसार उनके क्लीनिक पर बहन को दिखाने के लिए लेकर गया। इस दौरान चिकित्सक ने उसे 1500 रुपए का खर्चा बताया। बाद में रुपए कम करने की प्रार्थना करने और किसी से फोन पर बात कराने के बाद चिकित्सक ने इलाज के 1300 रुपए वसूल किए।
मरीज का दूसरे डॉक्टर ने ऑपरेशन किया था। मैंने तो उसे दवाएं लिख दी थीं। मरीज ने मेरा कार्ड कहीं से ले लिया होगा, मैंने उसे अपने क्लीनिक नहीं बुलाया। उसने दूसरे डॉक्टर से ऑपरेट करा लिया है। - डॉ. आकाश बंसल, हड्डी रोग विशेषज्ञ, सामान्य अस्पताल।
मेरी जानकारी में ऐसा कोई मामला नहीं है। मैं यहां नया आया हूं। -डॉ. अखिलेश कुमार, सर्जन, सामान्य अस्पताल।