अलवर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को रोडवेज बसों से जोड़ने का सपना अधूरा नजर आ रहा है। अलवर और मत्स्य नगर डिपो ने 7 रूट पर निजी बस ऑपरेटर्स से प्रस्ताव मांगे थे, लेकिन किसी ने रुचि नहीं दिखाई।
अलवर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को रोडवेज बसों से जोड़ने का सपना अधूरा नजर आ रहा है। अलवर और मत्स्य नगर डिपो ने 7 रूट पर निजी बस ऑपरेटर्स से प्रस्ताव मांगे थे, लेकिन किसी ने रुचि नहीं दिखाई। उधर, दोनों डिपो के पास बसों का टोटा है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र बसों के लिए तरस रहे हैं।
दरअसल, अलवर डिपो ने 6 रूट और मत्स्य नगर ने एक रूट पर ग्रामीण परिवहन सेवा शुरू करने के लिए निजी बस ऑपरेटर्स से प्रस्ताव मांगे थे। मार्च में इन बसों का संचालन शुरू होना था, लेकिन तीन बार टेंडर करने के बाद भी कोई नहीं आया। उधर, दोनों डिपो ने पहले नियमों को दरकिनार करते हुए प्रस्ताव बना दिया।
जिन मार्गों पर राष्ट्रीय राज मार्ग शामिल किए गए उनकी दूरी 40 किलोमीटर से ज्यादा रहीं, जबकि नियमानुसार 20 किलोमीटर से अधिक नहीं होनी थी। प्रस्ताव भेजने के बाद गलती सामने आई तो दोनों डिपो ने नए प्रस्ताव बनाकर जयपुर मुख्यालय को भेज दिया था। अलवर डिपो के पांच और मत्स्य नगर डिपो के एक मार्ग प्रस्ताव को निरस्त किया गया था।
वर्ष 2011-12 में भी ग्रामीण बस परिवहन सेवा शुरू की गई थी। इस दौरान कुछ जिलों में बसें चलाई भी गई, लेकिन योजना ज्यादा लंबी नहीं चल सकी। अब वर्तमान सरकार ने वापस इस सेवा को शुरू करने की घोषणा की है, लेकिन कम यात्रीभार, खस्ताहाल सड़कों की वजह से खर्च ज्यादा होने सहित कई कारणों की वजह से निजी ऑपरेटर्स रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
अलवर डिपो रैणी ब्लॉक: लोटवाड़ा-रामपुरा-माचाड़ी-अलवर
रामगढ़, मालाखेड़ा व राजगढ़ ब्लॉक: इंदपुर-राजगढ़-अलवर
खेरली, लक्ष्मणगढ़ व रामगढ़ ब्लॉक: खेरली-लक्ष्मणगढ़-रामगढ़-अलवर
रामगढ़ व रैणी ब्लॉक: अलवर-रामगढ़-रैणी-लोटवाड़ा
मालाखेड़ा व राजगढ़ ब्लॉक: अलवर-राजगढ़-प्रयागपुरा
राजगढ़ ब्लॉक: टहला-राजगढ़-अलवर
लक्ष्मणगढ़ कठूमर ब्लॉक: अलवर-बड़ौदामेव-जनुभर
मत्स्य नगर डिपो अलवर-पड़ीसल-खैरथल-मुंडावर में 11 ग्राम पंचायत जुड़ेंगी और इन क्षेत्रों के लोगों को होगा फायदा