अलवर

नौकरशाही काे भाया अलवर, फिर लौटे कई पुराने अफसर

नौकरशाही को अलवर खूब रास आ रहा है। कई आरएएस और आरपीएस स्तर के अफसर हर सरकार में अलवर पोस्टिंग करवा रहे हैं। जो अफसर कांग्रेस राज में यहां पदासीन थे। भाजपा शासन में वो एक बार फिर अलवर लौट आए हैं।

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Sep 09, 2024

अलवर.

नौकरशाही को अलवर खूब रास आ रहा है। कई आरएएस और आरपीएस स्तर के अफसर हर सरकार में अलवर पोस्टिंग करवा रहे हैं। जो अफसर कांग्रेस राज में यहां पदासीन थे। भाजपा शासन में वो एक बार फिर अलवर लौट आए हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि यदि उनकी कार्यप्रणाली बेहतर रही तो फिर उन्हें क्यों बदला गया ? साथ ही नई सरकार इन अफसरों के बूते पूर्व शासन में चल रहे ढर्रे को कैसे बदल पाएगी ?

आरएएस संजू शर्मा : 23 साल में 12वीं पोस्टिंग

आरएएस संजू शर्मा को हाल ही अलवर एडीएम प्रथम पद पर लगाया गया है। पिछले 23 साल की नौकरी में अलवर जिले में उनकी ये 12वीं पोस्टिंग हैं। इससे पहले वे अलवर में एसीएम (प्रशिक्षु), बीडीओ, नगर परिषद कमिश्नर, यूआईटी में एलएओ, प्रोजेक्ट मैनेजर एससी डवलपमेंट कॉरपोरेशन, एसडीओ थानागाजी, सेटलमेंट ऑफिसर, एडीएम सिटी और डीआईजी स्टाम्प पदों पर रह चुकी हैं। उनके पास आरएए का भी अतिरिक्त चार्ज रह चुका है।

आरएएस सोहन सिंह नरुका : यूआईटी में तीसरी बार तैनाती

आरएएस सोहनसिंह नरुका का अलवर यूआईटी से खास लगाव नजर आता है। उन्हें हाल ही अलवर यूआईटी में विशेषाधिकारी भूमि पद पर लगाया गया है। यूआईटी में ये उनकी तीसरी तैनाती है। नरुका अलवर यूआईटी में तहसीलदार और एलएओ पद पर भी रह चुके हैं। इसके अलावा अलवर में वे नायब तहसीलदार, असिस्टेंट सेटलमेंट ऑफिसर और नगर परिषद कमिश्नर पदों पर पदस्थापित रह चुके हैं।

आरएएस योगेश डागुर : 9 साल में नौंवी बार अलवर आए

आरएएस योगेश डागुर को अलवर में एडीएम-द्वितीय पद पर तैनाती दी गई है। इससे पहले वे पुराने जिला क्षेत्र कोटपूतली-बहरोड़ में एडीएम थे। डागुर को भी अलवर खूब रास आ रहा है। वे पिछले 9 साल में 9वीं बार अलवर में पदस्थापित हुए हैं। डागुर अलवर में एसीएम, एसडीओ लक्ष्मणगढ़, एसडीओ राजगढ़, एसडीओ मुंडावर, एसडीओ रैणी, एसडीओ अलवर, यूआईटी अलवर में विशेषाधिकारी भूमि, मत्स्य यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रार पद पर रह चुके हैं।

अंगद की तरह पांव जमाकर बैठे ये अफसर

अलवर जिले में कई अफसर ऐसे हैं, जो कि बरसों से एक ही कुर्सी पर अंगद की तरह पांव जमाकर बैठे हैं। पर्यटन विभाग की सहायक निदेशक टीना यादव को इसी पद पर पांच साल से ज्यादा समय हो चुका है। जिला कोषाधिकारी राजकुमार करीब चार साल से तैनात हैं। जिला शिक्षा अधिकारी नेकीराम करीब पांच साल तथा बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक रविकांत पिछले एक से यहां पदस्थापित हैं। इससे पहले करीब पांच साल तक वे सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में सहायक निदेशक पद पर तैनात रहे। सामान्य अस्पताल के पीएमओ डॉ. सुनील चौहान भी पिछले करीब पांच साल से इसी पद पर बने हुए हैं।

Published on:
09 Sept 2024 11:23 am
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