Rajasthan Conversion Case: राजस्थान के अलवर जिले में अवैध धर्मांतरण का मामला सामने आया है।
Alwar Conversion Case: अलवर। राजस्थान के अलवर जिले में अवैध धर्मांतरण का मामला सामने आया है। विश्व हिन्दू परिषद कार्यकर्ताओं के साथ एमआईए थाना पुलिस ने गोलेटा स्थित सैय्यद कॉलोनी में दबिश दी। यहां से दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के अनुसार गोलेटा में एक निजी स्कूल के पीछे की तरफ एक मिशनरी में करीब 60 बच्चे मिले। ये बच्चे गुरुग्राम व देश के अन्य कई हिस्सों से हैं। ये बच्चे अलग-अलग जातियों के बताए जा रहे हैं। इनकी आयु 12 से 15 वर्ष के आसपास है। पूछताछ में सामने आया कि यहां 16 साल से धर्मांतरण का खेल चल रहा था। विहिप कार्यकर्ताओं को इसकी बुधवार को सूचना मिली तो उन्होंने आईबी और औद्योगिक थाना पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने इस मिशनरी पर दबिश देकर वहां से बाइबिल एवं ईसाई धर्म की पुस्तकें मिली। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने अमृत और सोनू को हिरासत में लिया है।
मिशनरी की दीवारें 15 फीट से ऊंची थीं, ताकि किसी को अंदर चल रही गतिविधियों का पता नहीं चल सके। छात्रावास का गेट भी अंदर से बंद कर रखा था, जहां किसी को प्रवेश नहीं दिया जाता। पुलिस दबिश के दौरान यहां पहुंची तो अंदर से ताला लगा हुआ था। इसे नहीं खोला तो विहिप कार्यकर्ताओं ने पास के मकान की छत से कूदकर अंदर प्रवेश किया। इसके बाद पुलिस ने दबिश दी। जांच के बाद पुलिस ने छात्रावास को अपने कब्जे में ले लिया है। यहां पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
यहां गरीब तबके के बच्चों और उनके परिजनों का माइंड वॉश करके धर्मांतरण करवाया जा रहा था। बच्चों ने बताया कि पादरी ने कहा कि श्रीराम, श्री कृष्ण, गुरुनानक देव नकली भगवान हैं। असली भगवान ईसा मसीह हैं। इनकी प्रार्थना से ही हमें स्वर्ग मिलता है। बच्चों ने बताया कि फादर बाल्टी में पानी भरकर देवी देवताओं की मूर्तियों को डालते और कहते कि तुम्हारा भगवान स्वयं डूब गया, वो तुम्हें कैसे बचाएगा। फिर ईसाई धर्म चिन्ह को पानी में डालकर बताते है कि यह नहीं डूब रहा है। इसलिए हमारे मसीहा ईशु हैं।
बताया जा रहा है कि विहिप कार्यकर्ता जब छतों से अंदर जाने लगे तो कुछ बच्चे भी इस छात्रावास से बाहर निकलने के लिए दीवार पर चढ़ गए और रोते हुए बोले कि हमें बाहर निकालो। हालांकि कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोका और बात की। बच्चों ने बताया कि पुलिस की सूचना पर फादर ने हमें कहा कि यहां से भाग जाओ। इस दौरान विहिप के जिलाध्यक्ष डॉ. रामपाल मीणा, जिला महामंत्री बिजेन्द्र खण्डेलवाल सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
बताया जा रहा है कि सभी पहलुओं पर जांच शुरू हो गई है। खासकर यहां फंडिंग कहां से हो रही है। इसकी जांच की जा रही है। हालांकि अभी तक पुलिस कुछ भी जानकारी देने से बच रही है।
हमें सैय्यद कॉलोनी में धर्मांतरण की सूचना मिली थी। पुलिस को जानकारी देने के बाद हम वहां पहुंचे और सूचना सही मिली। पुलिस से मांग की है कि इन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
-अवधेश माथुर, मीडिया प्रभारी, विहिप