भाजपा की जिला कार्यकारिणी के गठन के बाद पार्टी में घमासान चल रहा है। तीन अगस्त को थानागाजी में हुए वन विहार कार्यक्रम से शहर के चारों मंडल अध्यक्ष गायब रहे, जबकि यह संगठन की महत्वपूर्ण बैठक थी।
भाजपा की जिला कार्यकारिणी के गठन के बाद पार्टी में घमासान चल रहा है। तीन अगस्त को थानागाजी में हुए वन विहार कार्यक्रम से शहर के चारों मंडल अध्यक्ष गायब रहे, जबकि यह संगठन की महत्वपूर्ण बैठक थी। इसको लेकर पार्टी में चर्चा है कि शहर का अपना एक अलग ग्रुप बन गया है और बाकी लोग अलग हैं।
इधर, गुरुवार को अलवर शहर के श्री विवेकानंद मंडल के कार्यालय का उद्घाटन वन राज्यमंत्री संजय शर्मा करेंगे। इसके लिए तैयार किए गए पोस्टर पर जिलाध्यक्ष अशोक गुप्ता का नाम लिखा गया, लेकिन कुछ घंटे बाद हटा दिया गया। दोनों पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
वन विहार कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव के अलावा अलवर उत्तर व दक्षिण के सभी जिला व मंडल पदाधिकारी बुलाए गए थे। अलवर दक्षिण के 30 में से 26 मंडल अध्यक्ष पहुंचे, लेकिन शहर के चारों मंडल अध्यक्ष सतीश यादव, जितेंद्र राठौड़, जितेंद्र सैनी, महेश निहालवानी नहीं पहुंचे। पार्टी की ओर से ये चारों शहर में प्रतिनिधित्व करते हैं।
शहर विधायक व वन राज्यमंत्री संजय शर्मा दूसरे जिलों के दौरे पर थे। ऐसे में पार्टी की बैठक का संदेश शहर के लोगों तक पहुंचाने वाली कड़ी गायब रही। पार्टी में इसको लेकर खासी चर्चा है। मंडल अध्यक्षों ने वन विहार कार्यक्रम में न पहुंचने के अपने-अपने कारण बताए हैं। इस संबंध में जिलाध्यक्ष से संपर्क करना चाहा, लेकिन फोन रिसीव नहीं किया।