राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय की सोमवार को एकेडमिक काउंसिल की बैठक हुई। इसमें पेपर आउट पर शिकंजा कसने के लिए परीक्षाओं में प्रत्येक पेपर पर वाटरमार्क- क्यूआर कोड लगाने का निर्णय किया गया।
राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय की सोमवार को एकेडमिक काउंसिल की बैठक हुई। इसमें पेपर आउट पर शिकंजा कसने के लिए परीक्षाओं में प्रत्येक पेपर पर वाटरमार्क- क्यूआर कोड लगाने का निर्णय किया गया। ताकि किस परीक्षा केन्द्र से पेपर आउट हुआ, उसका पता लग सकेगा।
साथ ही वर्तमान में आयोजित होने वाले पेपर पैटर्न को यथावत रखने पर सभी की सहमति रही। बैठक में विद्यार्थियों को पीएचडी का अवार्ड कराने के लिए 30 अप्रेल तक का समय दिया गया है। इस तारीख तक पीएचडी अवार्ड कराने वाले विद्यार्थियों को 13 मई को आयोजित होने वाली दीक्षांत समारोह में राज्यपाल के जरिए डिग्री दी जाएगी। चांसलर मैडल पर भी मंथन किया गया।
बैठक में 25 फरवरी को आउट हुए कम्प्यूटर के पेपर पर भी मंथन किया। हालांकि अब तक यह तय नहीं हो पाया है कि कम्प्यूटर पेपर किस कॉलेज से आउट हुआ है। दो महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी मुख्य आरोपी को नहीं पकड़ सकी है।
मत्स्य विश्वविद्यालय में बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट (बॉम) की बैठक 30 अप्रेल को होगी। इसमें विश्वविद्यालय के कई मुद्दों पर मंथन होगा। इसमें बच्चों को कई प्रकार की सुविधाएं देने की तैयारी की जा रही हैं।
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