अलवर के मांढण क्षेत्र के गांव ढीकवाड़ में पेयजल समस्या को लेकर उपजे विवाद ने गुरुवार को गंभीर रूप ले लिया। बहरोड़ विधायक डॉ. जसवंत यादव, उनके पुत्र मोहित यादव और गांव के सरपंच अजीत यादव को सोशल मीडिया पर धमकी देने के मामले में पुलिस द्वारा दो युवकों को गिरफ्तार कर उनका कस्बे में जुलूस निकाले जाने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया।
अलवर के मांढण क्षेत्र के गांव ढीकवाड़ में पेयजल समस्या को लेकर उपजे विवाद ने गुरुवार को गंभीर रूप ले लिया। बहरोड़ विधायक डॉ. जसवंत यादव, उनके पुत्र मोहित यादव और गांव के सरपंच अजीत यादव को सोशल मीडिया पर धमकी देने के मामले में पुलिस द्वारा दो युवकों को गिरफ्तार कर उनका कस्बे में जुलूस निकाले जाने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। विरोध में महिलाओं व ग्रामीणों ने कुंड-बहरोड़ स्टेट हाईवे 111 पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में लंबे समय से गंभीर पेयजल संकट बना हुआ है, लेकिन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। पानी की समस्या को लेकर आवाज उठाने वाले युवकों को अपराधियों की तरह पेश किया गया। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने पूर्व मंत्री और विधायक रहे डॉ. जसवंत यादव तथा सरपंच अजीत यादव के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पुतला दहन किया। हाईवे जाम के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे आमजन को भारी परेशानी हुई।
बताया गया कि करीब एक माह पूर्व गांव के युवक चरण सिंह यादव और संजय राजपूत ने पेयजल समस्या को लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो डाला था। इसी वीडियो में विधायक, उनके पुत्र और सरपंच के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करने और धमकी देने के आरोप लगे। मांढण पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया था और उनका बाजार में जुलूस निकाला गया। जुलूस के दौरान युवकों ने हाथ जोड़कर माफी मांगी और नशे की हालत में गलती होने की बात कही।
गुरुवार को जुलूस के विरोध में गांव ढीकवाड़ व मांढण पहुंची महिलाओं ने हाईवे जाम कर दिया और विधायक व सरपंच को मौके पर बुलाने की मांग की। सूचना पर मांढण थाना पुलिस और तहसीलदार अर्जुन लाल मौके पर पहुंचे। समझाइश के बावजूद ग्रामीण अड़े रहे, जिसके बाद पुलिस को हल्का बल प्रयोग कर दोपहर करीब 12:30 बजे जाम खुलवाना पड़ा।
महिलाओं ने सरपंच पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने घर के पास टंकी बनवाकर अलग बोरिंग से पानी मंगवाया, जबकि गांव की आठ टंकियां सूखी पड़ी हैं। जाम खुलने के बाद महिलाएं और युवा सरपंच के घर पहुंचे और जमकर नारेबाजी की। महिलाओं ने कहा कि पानी मांगना अपराध नहीं है और वे अपने हक के लिए आवाज उठाती रहेंगी।