अलवर जिले में लाल प्याज की आवक धीरे-धीरे बढ़ने लगी है और दीपावली के बाद इसमें और तेजी आने की संभावना है। इस बार किसानों की बढ़ती आवक को देखते हुए प्रशासन ने प्याज खरीद के लिए नई व्यवस्था की है।
अलवर जिले में लाल प्याज की आवक धीरे-धीरे बढ़ने लगी है और दीपावली के बाद इसमें और तेजी आने की संभावना है। इस बार किसानों की बढ़ती आवक को देखते हुए प्रशासन ने प्याज खरीद के लिए नई व्यवस्था की है। अब प्याज की खरीद मालाखेड़ा और खैरथल मंडियों में भी की जाएगी। इस बार 37 व्यापारी प्याज की खरीद करेंगे। शनिवार को अलवर प्याज मंडी में 900 कट्टों की आवक हुई। किसानों द्वारा बड़ी मात्रा में प्याज लाए जाने से मंडियों में भीड़ बढ़ने के आसार हैं।
पिछले वर्षों की तरह इस बार अव्यवस्था और जाम की स्थिति न बने, इसके लिए मंडी प्रशासन पहले ही तैयारी कर रहा है। इस बार प्याज की खरीद अनाज मंडी में भी की जाएगी, ताकि प्याज मंडी पर दबाव कम हो सके। प्रशासन ने निर्णय लिया है कि कुल व्यापारियों में से आधों को अनाज मंडी में शिफ्ट किया जाएगा।
इससे ट्रॉलियों और ट्रकों की लंबी कतारों में कमी आएगी व आमजन को राहत मिलेगी। साथ ही यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष योजना तैयार की जा रही है। मंडी क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती और नियंत्रण कक्ष की निगरानी में खरीद की जाएगी, ताकि किसी भी अव्यवस्था या विवाद की स्थिति में तुरंत कार्रवाई हो सके
मालाखेड़ा और खैरथल मंडी में भी प्याज की खरीद होगी। इन दोनों मंडियों में भी लगभग उतनी ही प्याज की आवक होती है, जितनी अलवर में। किसानों की सुविधा के लिए इन मंडियों में साफ-सफाई, पानी और प्रकाश व्यवस्था के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। मंडी प्रशासन का कहना है कि इस बार प्याज खरीद को पूरी तरह सुचारू, सुरक्षित और पारदर्शी बनाया जाएगा, ताकि किसानों को अपनी उपज का उचित मूल्य समय पर मिल सके।