ASI Surendra Singh: सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफिले में हुए हादसे में जान गंवाने वाले ASI सुरेंद्र सिंह के परिजनों से नीमराना पहुंचकर परिवार से मुलाकात की।
ASI Surendra Singh: जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफिले में हुए हादसे में जान गंवाने वाले ASI सुरेंद्र सिंह के परिजनों से नेताओं का मिलना जारी है। इसी कड़ी में शनिवार सुबह राजस्थान बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनिया ने नीमराना के गांव काठ का माजरा पहुंचकर परिवार से मुलाकात की। इससे पहले गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने भी परिजनों से मुलाकात की थी।
इस दौरान सतीश पूनिया ने कहा कि ओला का निधन बहुत दुःखद है, ड्यूटी निभाते हुए दिवंगत हुए सुरेंद्र सिंह की वीरता को मैं नमन करता हूं, भाजपा संगठन, राज्य सरकार व मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा दिवंगत परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं। दिवंगत के परिजनों को संबल देने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह सकारात्मक हैं, पूनिया ने परिजनों की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को अवगत कराने व हरसंभव सकारात्मक सहयोग का भरोसा दिया है।
बताते चलें कि काठ का माजरा गांव में दिवंगत ASI सुरेंद्र सिंह के परिवार वालों ने सतीश पूनिया से स्मारक बनाने की मांग की। इसके बाद सतीश पूनिया ने संबंधित अधिकारी से वहीं वार्ता कर उनकी मांग को पहुंचाया। इसके बाद मुख्यमंत्री तक उनकी मांगों को पहुंचाने का भी आश्वासन दिया। बता दें, इससे पहले सरकार की ओर से सिर्फ गृह राज्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह के परिवार से मिलने गए थे।
इससे पहले गुरूवार को सुरेंद्र सिंह की पत्नी ने सरकार के प्रति नाराजगी जताई थी। उन्होंने पत्रकारों से कहा था कि मेरे पति मुख्यमंत्री को बचाते हुए शहीद हो गए, लेकिन CM साब मिलने तक नहीं आए। अगर मेरे पति उस समय वहां से हट जाते तो क्या होता, सरकार की तरफ से कोई नहीं आया हमारे पास, हमें लिखित में आश्वासन चाहिए। इसके अलावा ASI सुरेंद्र सिंह के अंतिम संस्कार में बीजेपी सरकार के किसी मंत्री के नहीं पहुंचने पर भी सवाल उठे थे।
बता दें, गुरुवार शाम 4 बजे उनके पैतृक गांव नीमराणा (काठ का माजरा) में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया था। पुलिस जवानों ने गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया, जिसके बाद बेटे आकाश ने अपने पिता को मुखाग्नि दी थी।