मुख्यमंत्री रोजगार उत्सव कार्यक्रम, जिले के 475 नव चयनित हुए शामिल
सीएम ने किया वर्चुअली संवाद
अलवर. हर युवा का सपना होता अच्छा रोजगार और वो सरकारी नौकरी हो तो कहने ही क्या। उस पर सोने पर सुहागा यह कि खुद सीएम आपको नियुक्ति पत्र सौंपे। अलवर जिले के 475 नव चयनित कार्मिक इस पल के साक्षी बने।
प्रताप ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने वर्चुअली इन कार्मिकों को नियुक्ति और वेलकम पत्र सौंपे। जयपुर में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम का इन युवाओं ने लाइव प्रसारण भी देखा। कार्यक्रम में पूर्व विधायक बनवारी लाल ङ्क्षसघल, जिला अध्यक्ष अशोक गुप्ता, कलक्टर आशीष गुप्ता, एडीएम द्वितीय परसराम मीणा, सीडीईओ नेकीराम, जितेन्द्र शर्मा, हरिओम कटारा,सहित जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित रहे।
खुशी मिली इतनी… मन में समाए: मुख्यमंत्री रोजगार उत्सव में मनोज कुमार जाटव को शिक्षा विभाग में कनिष्ठ सहायक के पद पर नियुक्त होने पर वेलकम पत्र प्रदान किया। चिकित्सा विभाग में रेडियोग्राफर के पद पर चयनित अलवर निवासी बिन्देश शर्मा, शिक्षा विभाग में व्याख्याता पद पर चयनित आकांशा, शिक्षा विभाग द्वितीय श्रेणी अध्यापक के पद पर चयनित कविता शर्मा तथा अध्यापक पद के लिए चयनित भवानी ङ्क्षसह सैनी ने समारोहपूर्वक नियुक्ति पत्र व वेलकम पत्र प्रदान करने पर खुशी जाहिर की। इन सभी के चेहरे खिल उठे। बुध विहार निवासी अंजलि शर्मा अपने बच्चे के साथ कार्यक्रम में शामिल हुई। उन्होंने कहा कि यह पल जीवन में एक बार आता है इसका अहसास बच्चों को भी होना चाहिए।
सेल्फी पॉइंट रहा आकर्षण का केंद्र
कार्यक्रम स्थल पर लगाए गए सेल्फी प्वॉइंट का युवाओं में आकर्षण का केंद्र रहा। बड़ी संख्या में युवाओं ने यहां अपनी सेल्फी ली तथा सोशल मीडिया पर अपलोड की। जिला रोजगार अधिकारी श्रेष्ठ दीक्षित ने बताया कि कार्मिकों को वेलकम किट के साथ प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए। कार्यक्रम का मंच संचालन शिक्षाविद् राजेश मुखीजा ने किया।
अलवर को आज भी नहीं मिला मौका
रोजगार उत्सव के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने नव नियुक्त कार्मिकों से संवाद किया। व्याख्याता पद पर चयनित खैरथल निवासी सुरेन्द्र शर्मा से मुख्यमंत्री ने बात की। सुरेंद्र ने कहा कि वह अपने परिवार का पहला सरकारी कर्मचारी और गांव का पहला राजपत्रित अधिकारी बना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा नव चयनित युवाओं की भावनाओं के अनुरूप चुनाव आचार संहिता से पहले ही व्याख्याता पद पर नियुक्त प्रदान की जिसका सभी युवाओं की ओर से आभार जताया। हालांकि इस बार भी अलवर जिले का नंबर नहीं आया।