Akshat Agrawal muder case: 20 अगस्त 2024 को शहर से लगे खलिबा में स्टील कारोबारी के पुत्र की हुई थी हत्या, आरोपी ने कहा था कि अक्षत ने खुद दी थी अपनी हत्या की सुपारी
अंबिकापुर. अगस्त महीने में हुए अक्षत अग्रवाल हत्याकांड के आरोपी संजीव मंडल उर्फ भानू बंगाली का नार्को, ब्रेन मैपिंग व लाई डिटेक्ट टेस्ट निगेटिव आया है। अर्थात आरोपी ने हत्या (Akshat Agrawal muder case) की जो थ्योरी बताई थी, वह सही थी। अक्षत अग्रवाल ने ही सुपारी देकर अपनी हत्या कराई थी। मामले की वास्तविकता पता करने कोर्ट के आदेश पर आरोपी का नार्को टेस्ट छत्तीसगढ़ में जबकि ब्रेन मैपिंग व लाई डिटेक्ट टेस्ट गुजरात के गांधीनगर में कराया गया था।
शहर के मनेंद्रगढ़ मार्ग स्थित अंबिका स्टील के संचालक महेश केडिया के पुत्र अक्षत अग्रवाल की 20 अगस्त को भगवानपुर निवासी संजीव मंडल उर्फ भानू बंगाली ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसने अक्षत के सीने में 3 गोलियां मारी थी। पुलिस ने जब आरोपी को गिरफ्तार किया तो उसने बताया कि अक्षत (Akshat Agrawal muder case) ने ही उसे अपनी हत्या कराने की सुपारी दी थी।
इसके बदले अक्षत ने उसे 50 हजार रुपए व अपनी सोने की चेन दी थी। उसने यह भी कहा था कि अक्षत खुद पिस्टल व कारतूस लेकर आया था। पुलिस ने आरोपी के पास से 50 हजार रुपए, 3 महंगी पिस्टल व 31 जिंदा कारतूस भी बरामद किए थे। मामले में पुलिस ने आरोपी (Akshat Agrawal muder case) को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर दिया था।
वहीं पुलिस व लोगों के मन में यह सवाल उठ रहे थे कि आखिर अक्षत अग्रवाल (Akshat Agrawal muder case) ने अपनी ही हत्या कि लिए सुपारी क्यों दी थी। आरोपी कहीं कुछ छिपा तो नहीं रहा है। वास्तविकता पता करने कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने आरोपी का नार्को टेस्ट छत्तीसगढ़ में जबकि ब्रेन मैपिंग व लाई डिटेक्ट टेस्ट गुजरात के गांधीनगर में कराया गया था। जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।
एसपी योगेश पटेल ने बताया कि घटना (Akshat Agrawal muder case) की वास्तविकता जानने कोर्ट के आदेश पर आरोपी का नार्को, ब्रेन मैपिंग व लाई डिटेक्ट टेस्ट कराया गया था। तीनों टेस्ट अलग-अलग समय पर कराए गए थे। तीनों एक्सपर्टों द्वारा आरोपी से पूछताछ के लिए अलग-अलग सवाल तैयार किए गए थे।
जिसमें पुष्टि हुई कि अक्षत अग्रवाल ने ही आरोपी को वहां बुलाया था। पिस्टल व कारतूस भी उसी के थे। रुपए व आभूषण भी अक्षत अग्रवाल ने ही दिए थे। वहीं घटना स्थल पर और कोई नहीं था। इसी के आधार पर चालान पेश किया गया है।