
अंबिकापुर. Akshat Agrawal murder case: शहर के मनेंद्रगढ़ मार्ग स्थित अंबिका स्टील के संचालक के पुत्र अक्षत अग्रवाल की गोली मारकर हत्या (Akshat Agrawal murder case) कर दी गई थी। उसके सीने में 3 गोलियां मारी गई थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया था। पुलिस की पूछताछ में उसने सारी सच्चाई बयां कर दी। उसने सुबह जो कहानी पुलिस को बताई थी, उसी पर वह अडिग रहा। उसने बताया कि अक्षत खुद 3 पिस्टल लेकर पहुंचा था। खुद ही कारतूस लोड किया और सीने में पिस्टल सटाकर उसे चलाने कहा। इस बात के लिए उसने 50 हजार रुपए व सोने की चेन भी उसे दी थी। इसके बाद उसने कार के भीतर ही उसे 3 गोली मार दी और घर आ गया था।
शहर के मनेंद्रगढ़ मार्ग स्थित अंबिका स्टील के संचालक महेश केडिया के 25 वर्षीय पुत्र अक्षत अग्रवाल (Akshat Agrawal murder case) मंगलवार की शाम 5 बजे अपनी कार क्रमांक सीजी 15 बीएस 4184 से निकला था। शाम 6 बजे उसकी फोन पर पिता से बात हुई थी। उसने कहा था कि वह दोस्त के साथ है। कुछ देर में वह घर आ जाएगा।
इसके 10-15 मिनट के भीतर उसका मोबाइल स्वीच ऑफ बताने लगा। इससे परिजन घबरा गए और उसकी खोजबीन शुरु कर दी। गांधीनगर थाने में गुमशुदगी भी दर्ज कराई गई। पुलिस ने भी खोजबीन शुरु की तो संजीव मंडल उर्फ भानू बंगाली का नाम सामने आया।
जब पुलिस ने बुधवार की अलसुबह 5 बजे भानू बंगाली को उसके घर से दबोचा तो उसने ही गोली मारकर हत्या करने की बात बताई। उसकी निशानदेही पर अक्षत अग्रवाल की लाश (Akshat Agrawal murder case) चठिरमा स्थित जंगल में कार के भीतर से बरामद हुई थी।
युवक के सीने में 3 गोलियां मारी गई थी। इस मामले में भगवानपुर निवासी संजीव मंडल उर्फ भानू बंगाली से पुलिस ने रातभर पूछताछ की तो उसने पूरी बात बताई। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गुरुवार को विधिवत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
आरोपी संजीव मंडल उर्फ भानू बंगाली ने बताया कि मंगलवार की सुबह अक्षत (Akshat Agrawal murder case) ने उसे 2 अलग-अलग नंबर से फोन किया था। उसने कहा था कि उसे किसी को मारना है। इस पर जब उसने पूछा कि हाथ-पैर तोडऩा है या कुछ और करना है। अक्षत ने कहा कि बात में बताएगा। फिर दोपहर में फोन कर अक्षत ने कहा कि वह काम आज ही उसे करना पड़ेगा। इस पर वह तैयार हो गया।
आरोपी ने बताया कि मंगलवार की शाम 5 बजे वह उसके पास अपनी कार से पहुंचा। चठिरमा रोड के पास दोनों मिले। इसके बाद अक्षत (Akshat Agrawal murder case) उसे अपनी कार में बैठाकर चठिरमा जंगल में ले गया। यहां पिस्टल निकालकर उसने कहा कि वह खुद को गोली मरवाना चाहता है। उसने कहा कि इस काम के लिए उसने 50 हजार रुपए व सोने की चेन उसे थमाया।
आरोपी संजीव मंडल उर्फ भानू बंगाली ने बताया कि उसने पिस्टल निकालकर उसमें कारतूस भरने कहा। लेकिन वह कारतूस को उल्टा पिस्टल में डालने लगा। इस पर अक्षत (Akshat Agrawal murder case) ने कहा कि ऐसे में मुझे तू कैसे मार पाएगा। इसके बाद खुद ही पिस्टल में कारतूस भरा। फिर अपने सीने में पिस्टल सटाकर कहा कि ट्रिगर दबाओ।
आरोपी ने बताया कि अक्षत के कहने पर उसने पिस्टल की ट्रिगर दबा दी। इसके बाद दो बार और गोली मारी। इस दौरान अक्षत कार की ड्राइविंग सीट पर बैठा था। फिर वह अक्षत (Akshat Agrawal murder case) द्वारा दिए गए 50 हजार रुपए व सोने की चेन लेकर जाने लगा। जाते-जाते उसने अक्षत के गले में रहे एक और सोने की चेन निकाल ली और वहां से घर आ गया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी संजीव मंडल उर्फ भानू बंगाली अक्षत के शो-रूम अंबिका स्टील का पुराना कर्मचारी रह चुका है। अक्षत यह अच्छे से जानता था कि भानू बंगाली बदमाश किस्म का व्यक्ति है। वहां से काम छोडऩे के बाद भी बीच-बीच में उसकी भानू से बातचीत होती रहती थी।
आरोपी द्वारा पूरी बात बताए जाने के बाद भी पुलिस उलझन में है। पुलिस के सामने यह सवाल है कि आखिर अक्षत (Akshat Agrawal murder case) के साथ ऐसा क्या हुआ था कि उसे खुद को मारने की सुपारी देनी पड़ी। इस मामले में पुलिस अब उसके परिजनों से पूछताछ भी करेगी।
Published on:
22 Aug 2024 06:23 pm
बड़ी खबरें
View Allअंबिकापुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
