Co-Operative Bank Scam: फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शंकरगढ़ व कुसमी सहकारी बैंक में किया गया था करोड़ों रुपए का घोटाला, 11 आरोपी पूर्व में हो चुके थे गिरफ्तार
अंबिकापुर। सहकारी बैंक की शाखा शंकरगढ़ व कुसमी में कूटरचना कर षडयंत्रपूर्वक फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करोड़ों के फर्जीवाड़ा के मामले (Co-Operative Bank Scam) में पुलिस ने 2 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आरोपी महिला है, जिसका पति बैंक मैनेजर था, वह पूर्व में गिरफ्तार हो चुका है। फर्जीवाड़े की रकम से बैंक मैनेजर ने 60 लाख के जेवरात बनवाए थे तथा डेढ़ करोड़ की जमीनें भी खरीदी थी, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। वहीं दूसरा आरोपी अंबिकापुर के जमुना अलंकार का संचालक है, उसके खाते में फर्जीवाड़े के डेढ़ करोड़ से अधिक की रकम ट्रांसफर की गई थी।
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित अम्बिकापुर की शाखा शंकरगढ़ व कुसमी में पदस्थ अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा आपसी मिलीभगत व कूटरचना कर षडयंत्रपूर्वक फर्जी दस्तावेजों (Co-Operative Bank Scam) के आधार पर खोले गए विभिन्न फर्जी बैंक अकाउंट में करोड़ों की रकम ट्रांसफर कर गबन का मामला सामने आया था।
इसमें कुसमी थाने में धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120 बी व 34 के तहत अपराध पूर्व में प्रकरण के 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें से 8 आरोपियों को पुलिस रिमांड (Co-Operative Bank Scam) पर लेकर पूछताछ की गई।
पूछताछ में मिली जानकारी व आगे की विवेचना के आधार पर पुलिस ने अंबिकापुर के ब्रम्ह रोड निवासी जमुना अलंकार के संचालक नवनीत सोनी उर्फ पिन्टू उम्र 43 वर्ष व शंकरगढ़ निवासी सुषमा सोनी पति अशोक सोनी (बैंक मैनेजर) उम्र 54 वर्ष को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि पूर्व में प्रकरण में गिरफ्तार आरोपियों (Co-Operative Bank Scam) के बैंक खातों के विस्तृत जमा-आहरण का स्टेटमेन्ट संबंधित बैंक से प्राप्त किया गया। इसमें पाया गया कि आरोपी बैंक मैनेजर अशोक कुमार सोनी के बैंक खाते से जमुना अलंकार के बैंक खाता में 1 करोड़ 82 लाख 2 हजार रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया है।
इस पर जमुना अलंकार के संचालक नवनीत सोनी उर्फ पिन्टू के खाते में जमा हुए रकम के संबंध में कथन एवं बिल बाउचर प्रस्तुत करने के संबंध में नोटिस दिया गया। इस पर वह कोई वैध दस्तावेज (Co-Operative Bank Scam) प्रस्तुत नहीं कर सका। आरोपी अशोक सोनी के साथ मिलकर अवैध रूप से धन अर्जित करने पर उसे गिरफतार कर लिया गया।
प्रकरण (Co-Operative Bank Scam) की जांच में पुलिस को पता चला कि आरोपी अशोक सोनी ने ट्रांजेक्शन किए गए रकम से नवनीत सोनी उर्फ पिंटू से सोने-चांदी के आभूषण खरीदकर पत्नी सुषमा सोनी के पास रखे थे। इसके अलावा अशोक ने फर्जीवाड़े की ही रकम से 6 प्लॉट्स भी खरीदे थे।
इस आधार पर पुलिस ने सुषमा सोनी को विधिक नोटिस देकर अवैध रूप से अर्जित संपत्ति के कागजात एवं सोने चांदी के आभूषण प्रस्तुत करने हेतु कहा गया। इसके बाद महिला को गिरफ्तार कर 60 लाख 30 हजार के जेवरात सहित ६ प्लॉट के कागजात जब्त किए गए हैं। 6 प्लॉट्स का बाजार मूल्य 1.50 करोड़ रुपए है।