Constable murder case: छत्तीसगढ़-झारखंड बार्डर पर कन्हर नदी से रेत उत्खनन रोकने गए आरक्षक की 11 मई की रात ट्रैक्टर से कुचलकर कर दी गई थी हत्या
अंबिकापुर। बलरामपुर जिले के सनावल थाना अंतर्गत ग्राम लिबरा स्थित कन्हर नदी में 11 मई की रात रेत का अवैध उत्खनन रोकने गए आरक्षक शिवबचन सिंह की तस्करों ने ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या (Constable murder case) कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने मुख्य रेत तस्कर समेत 3 और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने अब तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। रेत के अवैध धंधे में मुख्य आरोपी के अलावा उसके 9 बेटे, भतीजा व बेटे का साला शामिल थे। वहीं पूछताछ में पुलिस को चौंकाने वाली बात सामने आई है। आरोपियो ंने बताया कि सरगना ने उन्हें निर्देश दे रखा था कि यदि रेत की खुदाई करने से कोई रोके तो उसके ऊपर ट्रैक्टर चढ़ा देना।
गौरतलब है कि सनावल थाने में पदस्थ आरक्षक शिवबचन सिंह (Constable murder case) वन विभाग की टीम व साथी 3 पुलिसकर्मियों के साथ 11 मई की रात ग्राम लिबरा स्थित कन्हर नदी में रेत का अवैध उत्खनन रोकने व आरोपियों को पकडऩे गया था। यह नदी झारखंड बॉर्डर से लगी लेकिन छत्तीसगढ़ की सीमा में है। पुलिस को देखकर रेत तस्कर भागने लगे।
इसी बीच आरक्षक शिवबचन सिंह ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो ट्रैक्टर से उसे कुचल (Constable murder case) दिया गया। बाद में इलाज के लिए अस्पताल ले जाते समय आरक्षक की मौत हो गई थी। इस मामले में प्रथमदृष्ट्या लापरवाही पाए जाने पर आईजी ने अगले दिन ही सनावल थाना प्रभारी दिव्यकांत पांडेय को सस्पेंड कर दिया था।
क्योंकि लिबरा के ग्रामीणों ने रेत उत्खनन की लिखित शिकायत थाने में की थी। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह मामला प्रदेशभर में सुर्खियों में बना हुआ है। हाईकोर्ट ने भी मामले में स्वत: संज्ञान लेकर डीजीपी व खनिज सचिव को नोटिस जारी किया था।
आईजी दीपक झा के निर्देश पर बलरामपुर एसपी वैभव बैंकर रमन ने घटनास्थल का मुआयना किया तथा आरोपी रेत तस्करों की धरपकड़ के लिए 7 टीमें बनाई। इन टीमों ने झारखंड व उत्तर प्रदेश में छापेमारी कर पिछले 3 दिन में मुख्य आरोपी नसीमुल हक उर्फ नसीम समेत 8 आरोपियों (Constable murder case) को गिरफ्तार किया है। इसमें आरक्षक को कुचलने वाला ट्रैक्टर चालक हमिदुल हक व मुख्य आरोपी के 5 बेटे व भतीजा भी शामिल है।
पुलिस ने जिन 8 आरोपियों (Constable murder case) को गिरफ्तार किया है। उनमें नसीमूल हक उर्फ नसीम (मास्टरमाइंड), हमिदुल हक (ट्रैक्टर चालक जिसने कुचला था), निजामुल हक, आरीफूल हक, जमील अंसारी, उपेन्दर कोरवा (ट्रैक्टर चालक), शकील अंसारी व अकबर अंसारी (आरोपियों को भगाने वाला) शामिल हैं।
पुलिस की जांच में ये बात सामने आई कि रेत की तस्करी का मास्टर माइंड (Constable murder case) झारखंड के गढ़वा जिले के धुरकी थाना क्षेत्र अंतर्गत निवासी 65 वर्षीय नसीमुल हक उर्फ नसीम है। उसके 9 बेटे हैं, सभी रेत तस्करी में लिप्त हैं।
नसीमुल के पास 2 ट्रैक्टर, दो हाइवा/टिप्पर और एक जेसीबी है, जिसकी मदद से वह कन्हर नदी से रेत निकालकर उसे झारखंड के परासपानी में डंप करता था तथा वहां से हाइवा के माध्यम से झारखंड व उत्तर प्रदेश में मोटे दामों में बेचता था।
पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि नसीमुल हक उर्फ नसीम चूंकि गिरोह का सरगना था। उसने ही उन्हें सख्त निर्देश दे रखे थे कि यदि छत्तीसगढ़ प्रशासन व पुलिस की टीम रेत उत्खनन में बाधा डाले तो ट्रैक्टर चढ़ा देना। इसी बीच उन्होंने 11 मई की रात आरक्षक को ट्रैक्टर से कुचल (Constable murder case) दिया था।