Police-lawyer beaten case: वकील, उसके बेटे व पत्नी से मारपीट के मामले में प्रधान आरक्षक को एसपी ने कर दिया है सस्पेंड, वकील के पक्ष से ब्राह्मण समाज व अधिवक्ता संघ ने की थी कार्रवाई की मांग
अंबिकापुर. 16 नवंबर की रात शहर के फुंदुरडिहारी निवासी अधिवक्ता व प्रधान आरक्षक के बीच मारपीट (Police-lawyer beaten case) की घटना ने तूल पकड़ लिया है। अब यह दो समाज के बीच की लड़ाई बन गई है। पूर्व में प्रधान आरक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने अधिवक्ता संघ व ब्राह्मण समाज ने एसपी को ज्ञापन सौंपा था। इस मामले में एसपी ने जहां प्रधान आरक्षक को सस्पेंड कर लाइन अटैच कर दिया है, वहीं उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है। अब प्रधान आरक्षक की ओर से कश्यप समाज ने एसपी को ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
बताया जा रहा है कि 16 नवंबर की रात को कार बैक करने की बात पर प्रधान आरक्षक संतोष कश्यप द्वारा अधिवक्ता राजेश तवारी, उनकी पत्नी व बेटे राहुल तिवारी के साथ मारपीट (Police-lawyer beaten case) की गई थी। राजेश तिवारी ने प्रधान आरक्षक व उसके भाई संदीप कश्यप के खिलाफ गांधीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
घटना के दूसरे दिन अधिवक्ता ने अपने समाज के लोगों के साथ एसपी को ज्ञापन सौंपकर कठोर कार्रवाई की मांग की थी। इस मामले में एसपी ने प्रधान आरक्षक को लाइन अटैच (Police-lawyer beaten case) कर दिया गया है। शुक्रवार को प्रधान आरक्षक ने कश्यप समाज व पुलिस परिवार के साथ एसपी को ज्ञापन सौंपा है।
प्रधान आरक्षक ने एसपी से गुहार लगाई है कि मामले (Police-lawyer beaten case) में एकतरफा कार्रवाई की जा रही है। मुझे अपनी बात कहने का मौका ही नहीं दिया गया। उसने मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
कश्यप समाज का आरोप है कि मामले (Police-lawyer beaten case) में एकपक्षीय कार्रवाई की जा रही है और राजनीतिक दबाव बनाकर संतोष कश्यप के खिलाफ अपराध दर्ज कराई गई है। कश्यप समाज के पूर्व अध्यक्ष संतोष कश्यप ने प्रधान आरक्षक संतोष कश्यप के ऊपर एफआईआर को समाप्त करने और निष्पक्ष जांच करने की मांग की है। वहीं पूरे मामले को लेकर अब कश्यप समाज आरपार की लड़ाई लडऩे को तैयार है।