Political news: विधानसभा स्तरीय संविधान बचाओ रैली में शामिल हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, लखनपुर में निकाली गई रैली
अंबिकापुर. बाबा साहेब अम्बेडकर ने संविधान सभा में कहा था कि संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर वो सही हाथों में नहीं लगा तो वह अच्छा नहीं होगा। इन्हीं शब्दों के साथ पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव (Political news) ने लखनपुर में आयोजित विधानसभा स्तरीय संविधान बचाओ रैली के संबोधन की शुरुआत की। इसके पूर्व लखनपुर में गांधी प्रतिमा में माल्यार्पण कर रैली की शुरुआत हुई जो अमवारी मैदान पहुंच सभा मे तब्दील हो गई।
पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि जिस संविधान की बदौलत प्रधानमंत्री (Political news) ने सरकार बनाई, उसे संघ परिवार विदेशों की नकल बताता है। भारत का संविधान स्वतंत्र भारत के भौगोलिक क्षेत्र के निवासियों द्वारा चुने हुए लोगों ने बनाया, जो प्रजातांत्रिक है। यह व्यवस्था मौजूदा सत्ताधारी को मंजूर नहीं।
वे देश में ऐसी व्यवस्था बनाने में लगे हैं जिससे भारत में चीन की तरह एक व्यक्ति और एक दल की तानाशाही सरकार बने। संघ परिवार आरक्षण को समाप्त करना चाहता है। 2015 के बिहार चुनाव (Political news) में मोहन भागवत ने अपनी यह इच्छा व्यक्त की। जम्मू कश्मीर का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि संविधान की भावना के विपरीत बहुमत का इस्तेमाल कर ये सरकार राज्य का दर्जा समाप्त कर उन्हें केंद्र शासित प्रदेश में बदल देती है।
बहुमत (Political news) के बल पर ये सरकार अपने हित के लिए जब चाहे तो छत्तीसगढ़ को भी केंद्र शासित प्रदेश बना सकती है। इस दौरान लखनपुर नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंहदेव, लखनपुर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कृपाशंकर गुप्ता, ब्लॉक कांग्रेस उदयपुर के अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी सभा को संबोधित किया। जबकि सभा का संचालन अमित सिंहदेव ने किया।
सभा को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि हमारे संविधान को खतरा बाहर से नहीं बल्कि देश के अंदर संघ परिवार से है। संघ परिवार महिलाओं, दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यक को संविधान में दिए गए मतदान के अधिकार (Political news) के कारण इसका विरोध करती है और बदलना चाहती है।
संघ परिवार और भाजपा सत्ता में आती है तो देश मे नाथूराम विचारधारा का बोलबाला बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि आज राज्यपाल के माध्यम से मोदी सरकार विपक्षी सरकारों को अस्थिर कर रही है।