Protest of Rationalization: कांग्रेसियों का कहना कि घोषणा पत्र के अनुसार भाजपा सरकार स्कूलों को खोलने के बजाए कर रही बंद, बीईओ कार्यालय का किया घेराव
अंबिकापुर. स्कूलों के युक्तियुक्तकरण के विरोध (Protest of Rationalization) में बीईओ को ज्ञापन सौंपने गए कांग्रेसियों और पुलिस के बीच जमकर तनातनी हुई। इस दौरान कांग्रेसियों ने राज्य सरकार और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर अंबिकापुर शहर, ग्रामीण और दरिमा ब्लॉक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अंबिकापुर खण्ड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
कांग्रेस ने कहा है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा ने मोदी की गारंटी के नाम पर घोषणा पत्र में शिक्षकों के 57 हजार पद भरने और बंद पड़े स्कूलों को खोलने की बात की थी। अपने वादों के विपरीत सरकार शिक्षा विभाग में नये सेटअप के नाम पर युक्तियुक्तकरण (Protest of Rationalization) की नई नीति लेकर आ गई है, जिससे प्रदेश में 10 हजार 463 स्कूल सीधे तौर पर बंद हो जाएंगे।
करीब 45 हजार से अधिक शिक्षकों के पद समाप्त (Protest of Rationalization) हो जाएंगे। स्कूलों के बंद होने से शिक्षकों के साथ ही साथ रसोईया, भृत्य, स्वीपर, महिला समूहों के रोजगार छीन जाएगा। आम जनता पर शिक्षा के लिए आर्थिक बोझ बढ़ेगा।
प्रदर्शन (Protest of Rationalization) के दौरान ब्लॉक कांग्रेस शहर अध्यक्ष हेमन्त सिन्हा, ग्रामीण अध्यक्ष विनय शर्मा, मो इस्लाम, शैलेन्द्र प्रताप सिंह, शैलेन्द्र सोनी, सत्येंद्र तिवारी, दुर्गेश गुप्ता, प्रमोद चौधरी, संजीव मंदिलवार, शंकर प्रजापति, वेद शर्मा, विनय गुप्ता, आशीष वर्मा सहित अन्य शामिल रहे।
इससे पहले ज्ञापन सौंपने जा रहे कांग्रेसियों (Protest of Rationalization) को पुलिस ने कार्यालय परिसर के बाहर ही बेरिकेड लगाकर रोक दिया। कार्यालय में जाने का प्रयास कर रहे कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं से पुलिस ने धक्का-मुक्की की जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
प्रदर्शनकारी बेरिकेड तोड़ कार्यालय में घुस गए। कांग्रेस के प्रदर्शन के मद्देनजर बीईओ कार्यालय को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था।
कांग्रेसियों द्वारा लखनपुर, उदयपुर, लुंड्रा विकासखण्ड में भी बीईओ कार्यालय का घेराव(Protest of Rationalization) कर ज्ञापन दिया गया। उदयपुर में सिद्धार्थ सिंह व गुरप्रीत सिद्धू, लखनपुर में राजीव सिंह व अमित सिंह देव, लुंड्रा में दुर्गेश गुप्ता, राम देव राम, मधु सिंह और विक्रम सिंह देव तथा मैनपाट में नागेश्वर यादव, लालचंद यादव सीतापुर व बतौली में के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया।