Sandeep murder case: राजमिस्त्री की हत्या कर शव पानी की टंकी के फाउंडेशन में दफन करने का मामला, सर्व आदिवासी समाज के 500 से अधिक लोग उतरे सडक़ पर
अंबिकापुर. Sandeep murder case: राजमिस्त्री संदीप लकड़ा मर्डर केस (Sandeep murder case) मामले ने तूल पकड़ लिया है। जघन्य हत्याकांड के विरोध में आदिवासी समाज सडक़ पर उतर आया है। सर्व आदिवासी समाज ने शनिवार को सीतापुर थाने का घेराव किया। करीब 300 की संख्या में आदिवासी समाज के लोगों थाने के सामने एनएच जाम कर पुलिस व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पिछले 5 घंटे से एनएच पर जाम लगा है। फिलहाल समाज का प्रदर्शन जारी है। इधर एसपी ने संदीप मर्डर केस में लापरवाही बरतने पर विवेचना अधिकारी एसआई एसआर रॉय तथा आरक्षक रूपेश महंत को सस्पेंड कर दिया है।
गौरतलब है कि सीतापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बेलजोरा निवासी राजमिस्त्री दीपेश उर्फ संदीप लकड़ा की ठेकेदार अभिषेक पांडेय ने अपने 5 कर्मचारियों के साथ मिलकर 7 जून की रात बेदम पिटाई (Sandeep murder case) की थी। 8 जून की सुबह उसकी मौत हो गई थी।
इसके बाद आरोपियों ने उसे मैनपाट के लुरैना बरवापाट स्थित नल-जल योजना के तहत बन रहे ओवरहेड टैंक के नीचे फाउंडेशन बनाकर कांक्रीट कर दिया गया था।
इस मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर 6 सितंबर को दफन शव को बरामद किया था।
संदीप के परिजनों ने शुक्रवार को ही उसका शव (Sandeep murder case) लेने से मना कर दिया था। ऐसे में अब तक उसका अंतिम संस्कार नहीं किया जा सका है।
इधर सर्व आदिवासी समाज ने मुख्य आरोपी अभिषेक पांडेय व उसके 2 सहयोगियों प्रत्यूष पांडेय व गौरी तिवारी को फांसी देने तथा बुलडोजर चलाकर घर ध्वस्त करने, मृतक के परिजनों को 2 करोड़ का मुआवजा व पत्नी को शासकीय नौकरी देने की मांग की है।
इधर घटना के विरोध में सर्व आदिवासी समाज ने शव (Sandeep murder case) मिलने के बाद से ही थाना घेराव कर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी थी। इसे देखते हुए सीतापुर थाने में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई थी।
शनिवार की दोपहर समाज के लोगों ने सीतापुर थाने के सामने नेशनल हाइवे पर उतरकर प्रदर्शन किया। उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए। समाज के लोगोंं को रोकने के दौरान हल्की झूमाझटकी भी हुई।