Vidow marriage: कोरोना काल में पति के निधन के बाद विधवा हुई महिला को मिला नया जीवन साथी, कम उम्र में ही टूट पड़ा था दुखों का पहाड़, अपने बेटे के साथ रह रही थी महिला
अंबिकापुर. Widow marriage: आंगनबाड़ी सहायिका सुमन पांडेय ने समाज को आइना दिखाने का काम किया है। उन्होंने अपने कुंवारे बेटे शिवयन पांडेय का विवाह विधवा (Widow marriage) हो चुकी दीपा पांडेय से कराया है। इस बेहतर कार्य के लिए वसुधा महिला मंच की ओर से सहायिका आंगनबाड़ी सुमन पांडेय को सम्मानित किया गया है।
वंदना दत्ता ने कहा कि दीपा पांडेय के पति का निधन कोरोना काल में हो गया था। कम उम्र में विधवा होने के बाद एक बेटे के साथ जीवन जी रही दीपा के साथ सुमन पांडेय ने अपने कुंवारे पुत्र शिवयन पांडेय को विवाह करके बच्चे और मां दीपा को नया जीवन दिया। वसुधा ने नवजीवन सम्मान की शुरुआत की है जिससे समाज में महिलाओं को सम्मान जनक स्थान मिलेगा।
इस दौरान रेखा इंगोले, सरिता भाटिया, बलविंदर टुटेजा, वन्दना सिह, तनुश्री मिश्रा, चैती अग्रवल, अनुभा डबराल, ज्योति द्विवेदी, नमिता चावला, लीला बंसल, लिलि कहकशा, श्रद्धा खेर पाण्डेय, वाहिद अहमद ,सुधा शर्मा, हिना परवीन व सविता सिह उपस्थित रहे।
सुमन ने बताया कि विवाह के लिए समाज को समझाने में वक्त लगा पर सभी ने इसकी सराहना की। डॉ. पुष्पा सोनी, सन्तोष पांडेय, सरिता सिंह ने कहा कि दीपा और उनके बच्चे को अपनाने हेतु सुमन और उनके पुत्र की जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है। समाज के लिए एक बहुत अच्छा संदेश है, जो अनुकरणीय है।