अमेठी में घने कोहरे ने एक बार फिर कहर बरपाया। लखनऊ–वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर देर रात कई वाहन आपस में टकरा गए, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और 16 लोग घायल हो गए। कम दृश्यता और तेज रफ्तार को हादसे की मुख्य वजह माना जा रहा है।
Lucknow-Varanasi highway Amethi accident: घने कोहरे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अमेठी जनपद के मुसाफिरखाना थाना क्षेत्र अंतर्गत लखनऊ-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर बीती देर रात कोहरे के कारण एक भीषण सड़क हादसा हो गया। मंगलम डिग्री कॉलेज के पास ओवरब्रिज से पहले एक के बाद एक कई वाहन आपस में टकरा गए। इस दर्दनाक हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 16 लोग घायल हो गए। घायलों में से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है।
मुसाफिरखाना थाना प्रभारी विवेक कुमार सिंह के अनुसार यह हादसा रात लगभग 2 बजे हुआ। उस समय क्षेत्र में घना कोहरा छाया हुआ था, जिससे दृश्यता बेहद कम थी। लखनऊ से सुल्तानपुर की ओर जा रहा एक भारी ट्रक अचानक संतुलन खो बैठा और डिवाइडर से टकराकर पलट गया। ट्रक के पलटते ही उसके पीछे चल रही चार अन्य ट्रकें भी समय पर ब्रेक नहीं लगा सकीं और एक के बाद एक आपस में भिड़ गईं। कुछ ही पलों में हाईवे पर वाहनों की लंबी कतार और अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
इसी दौरान पीछे से आ रही यात्रियों से भरी उत्तर प्रदेश रोडवेज की जनरथ बस के चालक ने अचानक सामने पलटे ट्रक और टकराए वाहनों को देखकर इमरजेंसी ब्रेक लगाया, लेकिन कोहरे की वजह से दूरी का अंदाजा नहीं लग सका। नतीजतन बस सीधे पलटे ट्रक से जा टकराई। बस के पीछे चल रही एक कार भी समय पर नहीं रुक सकी और वह भी बस से भिड़ गई। कुछ ही मिनटों में हाईवे पर छह से अधिक वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और चारों ओर चीख-पुकार मच गई।
एक साथ कई वाहनों की टक्कर से घटनास्थल पर हड़कंप मच गया। हाईवे पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। हादसे की सूचना मिलते ही मुसाफिरखाना थाना पुलिस, एंबुलेंस और राहत-बचाव टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को वाहनों से बाहर निकाला। कुछ घायलों को काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका, क्योंकि वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके थे।
सभी घायलों को तत्काल नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला अस्पताल भेजा गया। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने दो लोगों को मृत घोषित कर दिया। घायलों में से 14 लोगों की हालत सामान्य बताई जा रही है। 2 की हालत गंभीर होने पर उन्हें बेहतर इलाज के लिए ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है
पुलिस के अनुसार मृतकों में एक की पहचान मोहम्मद शमशाद, निवासी जायस, जनपद अमेठी के रूप में हुई है। दूसरे मृतक की पहचान अभी नहीं हो सकी है , दोनों मृतक ट्रक चालक बताए जा रहे हैं। वहीं गंभीर रूप से घायल दोनों व्यक्ति ट्रक के क्लीनर हैं, जिनका इलाज ट्रामा सेंटर में चल रहा है।
हादसे के बाद पुलिस ने मौके पर यातायात को नियंत्रित किया। क्षतिग्रस्त वाहनों को क्रेन की मदद से सड़क से हटाया गया, जिसके बाद कई घंटों की मशक्कत के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बहाल किया जा सका। मुसाफिरखाना थाना प्रभारी विवेक कुमार सिंह ने बताया कि हादसे की जांच की जा रही है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है। मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है।
प्राथमिक जांच में घना कोहरा और कम दृश्यता इस भीषण हादसे की मुख्य वजह मानी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दियों में राष्ट्रीय राजमार्गों पर कोहरे के दौरान तेज रफ्तार और भारी वाहनों की आवाजाही ऐसे हादसों का कारण बनती है।
हादसे के बाद जिला प्रशासन और यातायात पुलिस ने कोहरे को देखते हुए विशेष एडवाइजरी जारी की है। इसमें वाहन चालकों से अपील की गई है कि कोहरे में धीमी गति से वाहन चलाएं . फॉग लाइट और इंडिकेटर का उपयोग करें। सुरक्षित दूरी बनाए रखें। अनावश्यक यात्रा से बचें, खासकर रात और तड़के
लखनऊ–वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहले भी कोहरे के कारण कई हादसे हो चुके हैं। इसके बावजूद चालक लापरवाही बरतते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईवे पर चेतावनी संकेत, रिफ्लेक्टर और पेट्रोलिंग को और मजबूत करने की जरूरत है।