सामाजिक न्याय और आर्थिक समावेश विषय पर नुक्कड़ नाटक की प्रभावी प्रस्तुति
अनूपपुर। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग के छात्रों ने स्वयं की रचनात्मक प्रतिभा का परिचय देते हुए राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता उद्घोष में सर्वश्रेष्ठ स्क्रिप्ट का पुरूस्कार प्राप्त किया है। छात्रों ने यह नक्कड़ नाटक सामाजिक न्याय और आर्थिक समावेश विषय पर प्रस्तुत किया था। सामाजिक न्याय मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत डॉ. बीआर अंबेडकर नेशनल मेमोरियल के तत्वावधान में आयोजित उद्घोष में देशभर के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों की टीमों ने भाग लिया था। इसके माध्यम से छात्रों को सामाजिक न्याय और सीमांत वर्गों के सशक्तिकरण का संदेश आम लोगों तक नुक्कड़ नाटक के माध्यम से संचारित करना था। समाज कार्य विभाग के अस्सिटेंट प्रोफेसर विक्रम मीना, दिव्या और कृष्णामनी भागवती ने छात्रों को नुक्कड़ नाटक के लिए प्रशिक्षित किया। इस प्रतियोगिता में विजयी छात्रों को ज्वाइंट सेक्रेटरी बीएल मीना मेमोरियल के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. वरूण गुलाटी और डॉ. एसएम झारवाल ने पुरस्कृत किया। डीन प्रो. आलोक श्रोत्रिय और विभागाध्यक्ष प्रो. अजय वाघ ने छात्रों के प्रयासों की सराहना करते हुए राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया। डॉ. अंबेडकर चेयर के प्रमुख प्रो. किशोर गायकवाड़ ने कम समय में नुक्कड़ नाटक के लिए तैयारी करने और प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने पर छात्रों की सराहना की है। बताया जाता है कि विश्वविद्यालय आदिवासी सामाजिक उत्थान तथा उसकी पारम्परिक कलाओं को जींवत रखने नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से जनजागरूकता करती रहती है। इसके अलावा खुद विश्वविद्यालय परिसर में इसे बढ़ावा देने नुक्कड़ नाटकों का आयोजन किया जाता रहा है। जिसमें पूर्व में भी विश्वविद्यालय छात्रों की टीम द्वारा अन्य प्रदेशों में आयोजित की गई नुक्कड़ नाटकों को प्रदेश स्तरीय सम्मान प्राप्त हो चुका है। लेकिन अब इस प्रकार के नाटकों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना ली है। उद्घोष में प्राप्त किए सर्वश्रेष्ठ स्क्रिप्ट पुरूस्कार के बाद टीम के सदस्यों में खुशी का माहौल बना हुआ है।