MP News- अशोकनगर के कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास से तीन छात्राएं अचानक गायब हो गईं। मामला कलेक्टर तक पहुंचा तो सहायक वार्डन और अतिथि शिक्षक पर कार्रवाई की गई।
MP News- सहायक वार्डन व अतिथि शिक्षक के गलत व्यवहार से परेशान तीन छात्राएं छात्रावास छोड़कर चली गई। जिनके गायब होने की सूचना मिली तो प्रशासन में हड़कंप मच गया। हालांकि वह शहर में रिश्तेदार के यहां मिली। इस मामले में कलेक्टर के निर्देश पर छात्रावास की सहायक वार्डन और अतिथि शिक्षक को हटा दिया गया है। (collector action)
मामला अशोकनगर के कचनार स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास का है। जहां से 9वीं कक्षा की एक 15 वर्षीय छात्रा और छठवीं कक्षा की 12-12 वर्षीय दो छात्राएं बिना सूचना गायब हो गई। तीनों एक ही गांव की और अलग-अलग परिवारों की है। छात्रावास में जब इन छात्राओं के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली तो वार्डन सरला तोमर ने कचनार थाने में तीनों छात्राओं के अपहरण की एफआइआर दर्ज कराई। इससे प्रशासन व विभाग में हड़कंप मच गया। हालांकि शाम को ही तीनों छात्राएं अशोकनगर में अपने एक रिश्तेदार के घर पर मिलीं। वे किसी परिचित के साथ कचनार से 16 किमी दूर शहर आ गई थी।
मामले को कलेक्टर आदित्य सिंह ने संज्ञान में लेकर डीपीसी राहुल शर्मा को निर्देश दिए। इसके बाद डीपीसी गांव पहुंचे। छात्राओं व उनके परिजनों को साथ लाकर उनकी कलेक्टर से मुलाकात कराई। डीपीसी के मुताबिक छात्राओं ने कलेक्टर को बताया कि अतिथि शिक्षक सावित्री कुशवाह उन्हें हमेशा डांटती रहती हैं और सहायक वार्डन वर्षा खस गलत व्यवहार करती हैं। इसके बाद कलेक्टर ने कार्रवाई के निर्देश दिए। डीपीसी ने सहायक वार्डन को छात्रावास से और अतिथि शिक्षक को काम से हटा दिया है। वहीं वार्डन को कारण बताओ नोटिस दिया है और एसडीएम व डीपीसी से मामले में कलेक्टर ने प्रतिवेदन मांगा है।
इस मामले ने छात्रावास की देखरेख व सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगा दिए हैं। छात्राओं को स्कूल से गायब होना बताया जा रहा है जबकि छात्रावास भी स्कूल परिसर में ही है। साथ ही इस मामले में अलग-अलग कहानी बताई जा रही हैं. किसी का कहना है परिजनों के साथ गांव चली गई थीं तो कोई सहेली का यहां पहुंचना बता रहा है और डीपीसी ने उनका अशोकनगर में रिश्तेदार का यहां आना बताया जा रहा है। डीपीसी ने बताया कि बाद में छात्रावास कर्मचारियों और परिजनों के बीच अव्यवस्थाओं व छात्राओं की सही तरीके से देखरेख न किए जाने पर बहस भी हुई।
कलेक्टर आदित्य सिंह ने कहा कि छात्राएं परिवार के साथ चली गई थीं, छात्राओं ने मुझसे मुलाकात की थी, कुछ समस्याएं भी बता रही थीं। वार्डन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और एसडीएम व डीसीपी से प्रतिवेदन मांगा है।