Sanskrit school: धार्मिक शिक्षा को बढ़ावा देने की तमाम घोषणाओं के बावजूद चंदेरी में संस्कृत विद्यालय की स्थापना आज तक अधूरी है, जिससे छात्र और स्थानीय लोग शिक्षा के इस अवसर से वंचित हैं।
MP News: मप्र सरकार धार्मिक साहित्य, संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदेश भर में कई प्रयास कर रही है, ताकि धार्मिक साहित्य के क्षेत्र में छात्र अपना अच्छा कॅरियर तैयार कर सकें। चंदेरी क्षेत्र में वर्ष 2019 में संस्कृत विद्यालय (Sanskrit school) की नींव क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने रखी थी और उन्होंने संस्कृत विद्यालय भवन का शिलान्यास भी किया था, किंतु विडंबना है कि आज तक उस प्रक्रिया को अमली जामा नहीं पहनाया गया और न ही किसी प्रकार की कोई कार्रवाई आगे बढ़ी है, जिससे आज तक क्षेत्र के लोगों को इस विद्यालय का लाभ नहीं मिल पाया है।
ग्वालियर निवासी नरेंद्र पुरोहित ने एक बार फिर क्षेत्रीय सांसद से पत्राचार कर संस्कृत विद्यालय खोले जाने का आग्रह किया है। वर्ष 2019 में क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सिद्ध क्षेत्र सकल कुड़ीधाम के परिसर में संस्कृत विद्यालय के खोले जाने का शिलान्यास किया था, जहां शिलान्यास पट्टिका के अनुसार 6 मार्च 2019 में महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान मप्र के तत्वाधान में शासकीय सदुरु कविस्वर शरण संस्कृत विद्यालय की स्थापना सकल कुड़ीधाम विद्यालय के भवन का भूमि पूजन किया था, लेकिन ६ वर्ष बीतने के बाद भी विद्यालय प्रारंभ करने की दिशा में कोई समुचित कदम नहीं उठाया गया है।