Heart line palmistry: हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार किसी व्यक्ति की हथेली में मौजूद रेखाओं और चिन्ह को पढ़कर आप उसका भविष्य जान सकते हैं। साथ ही उसके चरित्र और भविष्य का भी मूल्यांकन कर सकते हैं। इनमें से एक विशेष रेखा हृदय रेखा है, यदि इसका संबंध सही रेखाओं से हो तो ऐसे जातक खूब नाम और पैसा कमाते हैं। आइये जानते हैं हृदय रेखा क्या बताती है, और हृदय रेखा किसे कहते हैं या कैसी हृदय रेखा वाले लोग भाग्यशाली होते हैं...
Hriday Rekha Konsi Hoti Hai: हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार हस्तरेखा की बनावट से किसी व्यक्ति के भाग्य का पता लगाया जा सकता है। हथेली में मौजूद अनेक रेखाओं में से एक हृदय रेखा है, जिसका हस्तरेखा शास्त्र में महत्वपूर्ण स्थान होता है।
इस रेखा से व्यक्ति के व्यवहार, स्वभाव के बारे में तो पता चलता ही है, यह रेखा आयु और आपके भाग्य के भी बारे में बताती है। यह रेखा सबसे छोटी अंगुली के नीचे से निकलकर किसी भी क्षेत्र में जा सकती है और किसी भी रेखा से इसका संबंध हो सकता है। इस रेखा की समापन गुरु पर्वत अर्थात अंगूठे के पास वाली अंगुली के नीचे होता है। ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास के अनुसार हाथ में छोटी अंगुली (कनिष्ठा) के नीचे से जो रेखा स्टार्ट होती है और हथेली में नीचे की ओर जाती है उसे ह्रदय रेखा कहते हैं।
अगर इस रेखा का संबंध सही रेखाओं से होता है तो व्यक्ति काफी भाग्यशाली माना जाता है। आइये जानते हैं कैसी हृदय रेखा वाले लोग भाग्यशाली होते हैं और क्या संकेत होता है।
Hriday Rekha In Hand: ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास के अनुसार यदि व्यक्ति के हाथ में हृदय रेखा क्लीयर हो और बिना कटे आगे बढ़े तो इसे बेहद शुभ माना जाता है। ऐसी हृदय रेखा वाले लोग आत्मविश्वासी होते हैं। साथ ही ये लोग जीवन में खूब सफलता पाते हैं। ये जीवन में खूब नाम और पैसा कमाते हैं।
Heart Line Palmistry Trishul: ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास के अनुसार हथेली में हृदय रेखा के सिरे पर गुरु पर्वत के पास त्रिशूल का चिन्ह बना हो तो ऐसा व्यक्ति काफी गुणवान होता है और उस पर हमेशा ईश्वर की कृपा बनी रहती है। वह अपनी मेहनत के दम पर ऊंचा मुकाम बनाता है, कभी भी किसी परेशानी से डरता नहीं है।
अगर किसी व्यक्ति के हाथ में हृदय रेखा बिना दोष के आगे बढ़ती रहती है तो यह काफी शुभ माना जाता है। ऐसे लोगों के अंदर आत्मविश्वास काफी होता है और अपनी सूझबूझ से कामयाबी के रास्ते पर चलते रहते हैं। इनको परिवार की तरफ से पूरा सहयोग मिलता है और ये अच्छा जीवन जीते हैं।
अगर किसी व्यक्ति की हथेली में हृदय रेखा बिना किसी दोष के सीधे शनि पर्वत तक पहुंच जाती है तो ऐसा व्यक्ति काफी ईमानदार होता है और धन कमाने के कई रास्ते खोज लेता है। ऐसा व्यक्ति बिना किसी की मदद के अपने लक्ष्य तक पहुंचने में कामयाब होता है। हालांकि ये थोड़े मतलबी भी होते हैं लेकिन काम को पूरी स्पष्टता से करते हैं।
अगर हृदय रेखा बुध पर्वत से निकलकर सीधे गुरु पर्वत कर पहुंच जाती है तो ऐसे व्यक्ति काफी अनुशासनप्रिय होते हैं। साथ ही अपनी सोच को लेकर स्पष्ट रहते हैं। इनके अंदर चीजों का जानने की इच्छा काफी तीव्र रहती है।
अगर किसी व्यक्ति के हथेली में हृदय रेखा मस्तिष्क रेखा में आकर मिल जाए तो ऐसे व्यक्ति केवल अपने मन की सुनते हैं और सही रास्ते पर चलते हैं।
ऐसे व्यक्ति को दूसरे क्या कहते हैं, इस पर कम ध्यान देते हैं और लक्ष्य की ओर चलते रहते हैं। मस्तिष्क रेखा में मिलने पर इन लोगों के काफी दोस्त होते हैं, जो हमेशा इनकी मदद के लिए तैयार रहते हैं।
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हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक अगर हृदय रेखा के साथ मस्तिष्क रेखा और जीवन रेखा पूरी तरह स्पष्ट और पूरी लंबाई में जा रही हो तो ऐसे व्यक्ति काफी भाग्यशाली होते हैं और इनके जीवन में किसी चीज की कमी नहीं होती। इन लोगों को धन और ऐश्वर्य के साथ-साथ पारिवारिक सुखों की भी प्राप्ति होती है।
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार यदि हृदय रेखा गुरु पर्वत तक जाए तो ऐसे लोग समय के बहुत पाबंद होते हैं। साथ ही ये लोग बातूनी और जिज्ञासु होते हैं। ये लोग शोध की फील्ड में अपना करियर बनाने में अधिक सफल होते हैं। इनको जीवन में भाग्य का पूरा साथ मिलता है।
सामुद्रिक शास्त्र अनुसार यदि हृदय रेखा के साथ मस्तिष्क रेखा और जीवन रेखा भी पूरी तरह से स्पष्ट हों तो ऐसा व्यक्ति किस्मत का धनी होता है। वो अपने जीवन में हर सुख-सुविधा, सम्मान पाता है। साथ ही ये लोग राज सत्ता को प्राप्त करते हैं और राजनीति में अच्छी सफलता प्राप्त करते हैं।
हस्तरेखा शास्त्र अनुसार यदि ह्रदय रेखा शनि पर्वत तक जाए तो ऐसे लोग स्वाभिमानी और दूरदर्शी होते हैं। ये जीवन में जिस लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हैं उसे पाकर ही रहते हैं। ये लोग उसूलों के पक्के होते हैं। साथ ही ये लोग बड़ी बिजनेसमैन बनते हैं।