बाबा वेंगा की भविष्यवाणियां रहस्य और विवाद से भरी रही हैं—कुछ घटनाओं से मेल खाती हैं, कई केवल दावों में ही सीमित हैं। फिर भी दुनिया भर में लोग उनके नाम को उत्सुकता और जिज्ञासा की नजर से देखते हैं।
बुल्गारिया की प्रसिद्ध भविष्यद्रष्टा बाबा वेंगा आज भी दुनिया भर के पाठकों और शोधकर्ताओं के लिए रहस्य का दूसरा नाम बनी हुई हैं। 1996 में उनके निधन को लगभग तीन दशक हो चुके हैं, लेकिन उनकी कथित भविष्यवाणियों पर चर्चाओं की गर्माहट आज भी कम नहीं हुई। बाल्कन की नास्त्रेदमस कही जाने वाली वेंगा को उनके अनुयायी अद्भुत दृष्टि वाली संत मानते हैं, जबकि आलोचक उन्हें मिथक और बढ़ा-चढ़ाकर कही गई कहानियों का परिणाम बताते हैं। सच्चाई चाहे जो हो, लेकिन वेंगा का नाम आज भी रहस्य और रोमांच के साथ जुड़ा हुआ है।
उनकी सबसे चर्चित कथित भविष्यवाणी में “स्टील बर्ड्स” का जिक्र मिलता है। कई लोग इसे 2001 में न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए आतंकी हमले से जोड़ते हैं। यह बात दिलचस्प है कि इस दावे का कोई आधिकारिक लिखित प्रमाण नहीं मिला, लेकिन फिर भी यह कथन इंटरनेट और किताबों में खूब उछाला जाता है।
साल 2000 में रूस की सबमरीन कुर्स्क के डूबने की घटना को भी वेंगा की भविष्यवाणी से जोड़ा जाता है। उन्होंने कहा था—“कुर्स्क पानी में समा जाएगा और दुनिया शोक मनाएगी।”
सबमरीन की डूबने की घटना के बाद यह लाइन तेजी से वायरल हुई और आज भी वेंगा के समर्थक इसे उनकी सबसे सटीक भविष्यवाणियों में गिनते हैं।
यह भी दावा है कि वेंगा ने कहा था कि अमेरिका का 44वां राष्ट्रपति एक अश्वेत व्यक्ति होगा। बराक ओबामा की जीत ने इस भविष्यवाणी को और प्रसिद्ध कर दिया। हालांकि, इस कथन का भी कोई विश्वसनीय स्रोत उपलब्ध नहीं है।
उनके नाम से जुड़ा एक और दावा है कि उन्होंने “एक महान देश के बिखरने” की बात कही थी। इसे बाद में 1991 में हुए सोवियत यूनियन के विघटन से जोड़ दिया गया।
पूर्वी यूरोप में भू-राजनीतिक बदलावों ने इस कथन को और बल दिया।
1986 का चेर्नोबिल न्यूक्लियर हादसा दुनिया की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक रहा है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा जाता है कि वेंगा ने यूरोप में रेडिएशन से जुड़ी आपदा का जिक्र किया था। हालांकि, यह भी उनके नाम पर जोड़ दी गई अस्पष्ट भविष्यवाणियों में से एक अधिक माना जाता है।
मध्य पूर्व और दुनिया के कई हिस्सों में बढ़ती आतंकवादी घटनाओं को भी लोग वेंगा की चेतावनियों से जोड़ते हैं। यह दावा भी उन्हीं भविष्यवाणियों में शामिल है जिनका कोई पुख्ता आधार नहीं मिला।
भूकंप, साइक्लोन और सूनामी जैसी घटनाओं के संदर्भ में उनकी भविष्यवाणियाँ अक्सर चर्चा में रहती हैं।
कुछ लोग तो 2025 में संभावित प्राकृतिक संकटों से जुड़ी चर्चाओं में भी वेंगा का नाम जोड़ देते हैं।
उनकी बातें प्रतीकात्मक थीं, इसलिए व्याख्या हमेशा खुली रहती है।
युद्ध, तनाव, सत्ता परिवर्तन और बदलते गठबंधनों को भी वेंगा से जोड़ने का चलन बना रहा। उनकी कही बातें किसी भी बड़े राजनीतिक बदलाव से जोड़ दी जाती हैं।
लैब में बने अंगों, मेडिकल उन्नति और बायोटेक्नोलॉजी के विकास जैसी बातें भी वेंगा से जोड़ी जाती हैं।
भले ही भविष्यवाणी के तौर पर प्रमाण न हों, लेकिन आधुनिक विज्ञान वास्तव में इन दिशाओं में आगे बढ़ चुका है।
वेंगा के नाम पर भविष्य में मानवजाति के अंतरिक्ष में बसने, दूसरे ग्रहों से मुलाकात और प्रलय जैसी दूर की भविष्यवाणियां भी खूब प्रचार में रहती हैं। ये बातें अधिकतर कल्पना और विश्वास के सहारे आगे बढ़ी हैं।