Shani Dosh Ke Upay: शनि ग्रह को सबसे क्रूर ग्रहों में से एक माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए कुछ अचूक उपायों के बारे में बताया गया है। आइए जाने शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए किन उपायों को किया जाता है।
Shani Dosh Ke Upay: शनि ग्रह को सबसे क्रूर ग्रहों में से एक माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए कुछ अचूक उपायों के बारे में बताया गया है। आइए जाने शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए किन उपायों को किया जाता है।
Shani Dosh Ke Upay: हिंदू धर्म में शनिदेव को न्याय और कर्म का देवता माना जाता है। ये व्यक्ति को उसके कर्म के अनुसार फल देते हैं। ऐसा माना जाता है कि अगर किसी की कुंडली में शनि दोष होता है तो उसे बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जातक के जीवन पर शनि के शुभ और अशुभ दृष्टि दोनों का प्रभाव बहुत अधिक पड़ता है। जिसके जीवन में शनिदेव की शुभ दृष्टि होती है उसके सारे काम सफल होते हैं और जिसके ऊपर शनि की कुदृष्टि पड़ती है उसके जीवन में बहुत सारी परेशानियां आ जाती है। यदि किसी जातक की कुंडली में शनि का अशुभ प्रभाव है तो उसको दूर करने लिए खास उपायों के बारे में बताया गया है। आइए जानते है इन उपायों के बारे में।
छायादान
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि ग्रह को शांत रखने के लिए गुप्त तरीके से छायादान करना चाहिए। छायादान का अर्थ होता है तेल से भरे बर्तन के अंदर अपनी छाया को देखकर दान कर देना ऐसा करने से जातक की कुंडली से शनिदोष दूर होता है और उसे शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है।
काले वस्त्र का दान
शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए शनिवार के दिन काले वस्त्र और काले तिल का दान करना चाहिए। ऐसा करने से आपको तुरंत शनिदोष से मुक्ति मिलेगी और शनि महाराज की दया दृष्टि बनी रहेगी।
शनिदेव को तेल चढ़ाएं
शनि ग्रह को शांत रखने के लिए शनिवार के दिन शनि महाराज को सरसों का तेल चढ़ाएं और उनके मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाएं। ऐसा करने से शनिदोष दूर होता है।
हनुमान जी की पूजा
ऐसी मान्यता है कि अगर शनिदेव की कृपा प्राप्त करनी है तो हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। कुंडली में शनि दोष हटाने के लिए जातक को शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए और उनकी चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
पीपल की पूजा
शनिदोष से मुक्ति पाने के लिए शनिवार के दिन जल में गुड़ और काले तिल को मिलाकर पीपल की जड़ में अर्पित करें। इस उपाय को आप लगातार 40 शनिवार तक कर सकते हैं। इससे शनि ग्रह के अशुभ प्रभावों छुटकारा मिल जाता है। सूर्य देव को जल अर्पित करने से भी शनि दोष से मुक्ति मिलती है।