Surya Gochar In Tula 2025: 17 अक्टूबर 2025 को सूर्य तुला राशि में गोचर करेगा, जिससे 9 राशियों को विशेष सतर्क रहना होगा। जानें किन राशियों पर पड़ेगा सूर्य के नीच राशि में गोचर का नकारात्मक असर और कैसे बचें करियर, स्वास्थ्य और रिश्तों से जुड़ी परेशानियों से।
Surya Gochar October 2025 Rashifal: 17 अक्टूबर 2025 को दोपहर 1 बजकर 53 मिनट पर सूर्य देव तुला राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य ज्योतिष में आत्मविश्वास, प्रतिष्ठा, नेतृत्व और ऊर्जा के प्रतीक माने जाते हैं, जबकि तुला राशि का स्वामी शुक्र है, जो संतुलन, सुंदरता और संबंधों से जुड़ा होता है। लेकिन तुला में सूर्य नीच स्थिति में माना जाता है, यानी अपनी सबसे कमजोर अवस्था में। इस वजह से सूर्य का यह गोचर कई राशियों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। ज्योतिष के अनुसार, इस बार सूर्य के तुला में गोचर से 9 राशियों को विशेष सावधानी रखनी होगी क्योंकि इसका असर उनके करियर, स्वास्थ्य और पारिवारिक जीवन पर पड़ सकता है।
सूर्य आपके सप्तम भाव में गोचर करेगा, जो विवाह और साझेदारी से जुड़ा होता है। जीवनसाथी के साथ अहंकार या विचारों का टकराव हो सकता है। व्यावसायिक साझेदारी में सतर्क रहें। हालांकि यदि आप संतुलन और समझदारी से काम लेते हैं, तो यह समय रिश्तों को मजबूत भी बना सकता है।
पंचम भाव में सूर्य का गोचर छात्रों और प्रेम संबंधों के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा। प्रेम में मतभेद या दूरी बढ़ सकती है। विद्यार्थी अपने लक्ष्य से भटक सकते हैं, इसलिए फोकस बनाए रखें। वहीं, कला या रचनात्मक क्षेत्र में कार्यरत लोगों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिल सकता है।
सूर्य का गोचर आपके चतुर्थ भाव में होगा, जो घर, माता और मानसिक शांति से जुड़ा है। पारिवारिक जीवन में उतार-चढ़ाव संभव हैं। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। मानसिक तनाव और बेचैनी महसूस हो सकती है। वाहन या संपत्ति से जुड़े कार्यों में रुकावटें आ सकती हैं।
द्वितीय भाव में सूर्य का गोचर वाणी और धन से संबंधित रहेगा। आपको अपनी भाषा पर नियंत्रण रखना होगा। परिवार में विवाद की स्थिति बन सकती है। आर्थिक मामलों में सावधानी रखें, इस समय निवेश या उधार देना नुकसानदेह हो सकता है।
सूर्य आपके प्रथम भाव में रहेगा, जिससे आत्मविश्वास में कमी और निर्णय लेने में कठिनाई हो सकती है। यह समय आत्मचिंतन और आत्मसंयम का है। स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें और अनावश्यक बहस से बचें।
बारहवें भाव में सूर्य का गोचर खर्चों में वृद्धि का कारण बन सकता है। विदेश यात्रा या अस्पताल संबंधी खर्च हो सकते हैं। मानसिक तनाव या नींद की कमी महसूस हो सकती है। ध्यान और मेडिटेशन से राहत मिलेगी।
दसवें भाव में सूर्य गोचर करेगा। कार्यक्षेत्र में अनुशासन बनाए रखें। वरिष्ठ अधिकारियों से मतभेद हो सकते हैं, लेकिन धैर्य से काम लेने पर सफलता मिलेगी। आपकी मेहनत को जल्द ही पहचान मिलेगी।
नवम भाव में सूर्य का गोचर धर्म और भाग्य से जुड़ा है। पिता से मतभेद की स्थिति बन सकती है। उच्च शिक्षा और विदेश से जुड़े कार्यों में अड़चनें आ सकती हैं।
अष्टम भाव में सूर्य गोचर करेगा, जिससे मानसिक अस्थिरता या तनाव बढ़ सकता है। कोई पुराना राज सामने आ सकता है। ध्यान और आत्मचिंतन से इस समय को बेहतर बनाया जा सकता है।