Ayodhya: दीपोत्सव की तैयारियों को लेकर प्रदेश की सरकार एक्टिव मोड पर आ गई है। अयोध्या में रामलला के प्राणप्रतिष्ठा के बाद ये पहली दिवाली होगी। आइए बताते हैं क्या है इस बार के दीपोत्सव में विशेष…
Ayodhya: रामलला के प्राणप्रतिष्ठा के बाद ये पहली दिवाली होने वाली है। इस दिवाली को भव्य और दिव्य बनाने के लिए प्रदेश की सरकार तैयारियों में जुटी हुई है। इस बार के दीपोत्सव में पच्चीस लाख दिए जलाकर सरकार गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाली है। अयोध्या नोडल अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी है।
अयोध्या में दीपोत्सव के नोडल अधिकारी डॉ. एसएस मिश्रा ने कहा कि भगवान श्रीराम के प्राणप्रतिष्ठा के पश्चात अयोध्या नगरी में ये पहला दीपोत्सव होगा। इस वर्ष जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है वो 25 लाख दीयों को प्रज्जवलित करने का लक्ष्य है। अभी तक 55 घाटों का चयन और उनकी मैपिंग की जा चुकी है। वर्त्तमान में उन घाटों के लिए मार्किंग का कार्य प्रारंभ हो गया है। इसमें 16 क्रॉस 16 के हमारे दिए सजाये जायेंगे। इसमें दो से ढाई फीट की जो जगह बनेगी उसमे हम अपना मूवमेंट करेंगे।
नोडल अधिकारी ने बताया अभी हमारे पास आज की तिथी तक 20 लाख दिए प्राप्त हो चुके हैं। वेंडर जिसे ई-टेंडर के माध्यम से टेंडर प्राप्त हुआ था उन्होंने सपप्लू शुरू कर दी है। अयोध्या के स्टोर में हमारे पास 20 लाख दीपक प्राप्त हो चुके हैं। 25 लाख के टारगेट को पूरा करने के लिए अबकी चार स्थान का चयन निश्चित किया गया है।
नोडल अधिकारी ने बताया इसमें तीन स्थान कॉमन है जो हर वर्ष रहते हैं पिछले वर्ष भी थे। इस बार एक स्थान नया है भजन संध्या स्थल। राम की पैड़ी, विस्तारित राम की पैड़ी और चैधरी चरण सिंह घाट हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी आयोजन में शामिल हैं। भजन संध्या स्थल पर 6 लाख दीयों को प्रज्जवलित करने की योजना है। हम घाटों पर 28 लाख दीयों को जलाने की तैयारी करेंगे। दीयों में तेल भरेंगे उन्हें जलाएंगे ताकि 25 लाख दीयों को जलाने का टारगेट पूरा कर सके।