अयोध्या

Phalodi Satta Bazar: भाजपा के लिए खतरे की घंटी? फलोदी सट्टा बाजार ने किया दावा

Milkipur By-Election 2025: फलोदी सट्टा बाजार ने मिल्कीपुर उप चुनाव में जीत को लेकर भविष्यवाणी की है। फलोदी सट्टा बाजार ने संकेत दे दिया है कि मिल्कीपुर में कौन आगे निकल रहा है।

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Jan 17, 2025

Phalodi Satta Market: मिल्कीपुर उप चुनाव का बिगुल बज चुका है। भाजपा और सपा दोनों ही पार्टियां अपनी-अपनी बड़ी जीत का दावा कर रही हैं। इसी बीच फलोदी सट्टा बाजार की चौकाने वाली भविष्यवाणी की है।

सूरज चौधरी की उम्मीदवारी से मुकाबला दिलचस्प हुआ

फलोदी सट्टा बाजार के मुताबिक, भाजपा और सपा दोनों के लिए मिल्कीपुर सीट प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई है। मिल्कीपुर में आजाद समाज पार्टी की ओर से सूरज चौधरी को उम्मीदवार बनाने के बाद मुकाबला त्रिको‌णीय हो गया है। अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा ने चंद्रभान पासवान मैदान में हैं तो समाजवादी पार्टी से अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद। इन सबके बीच आजाद समाज पार्टी ने भी यहां से अपना प्रत्याशी उतार दिया है। चंद्रशेखर आजाद 'रावण' ने सूरज चौधरी को प्रत्याशी बनाकर सपा और भाजपा दोनों का खेल बिगाड़ दिया है।

समाजवादी पार्टी के चुनाती बन सकते हैं सूरज

बता दें कि सूरज चौधरी सपा नेता अवधेश प्रसाद के करीबी रह चुके हैं। पहले समाजवादी पार्टी के बड़े चेहरों में शामिल थे, लेकिन हाल ही में उन्होंने 500 समर्थकों के साथ सपा छोड़कर चंद्रशेखर आजाद से जुड़ गए थे। वह समाजवादी पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकते हैं।

मिल्कीपुर उपचुनाव (Milkipur 2025 Election) में बड़े उलटफेर के संकेत

अगर मिल्कीपुर उपचुनाव में वोटरों की बात करें तो यहां कुल लगभग 3.62 लाख मतदाता हैं। जिसमें से 1 लाख, 60 हजार दलित मतदाता हैं, जो मिल्कीपुर उपचुनाव (Milkipur by-Election) में बड़ा उलटफेर कर सकते हैं। फलौदी सट्टा मार्केट के मुताबिक, मिल्कीपुर उपचुनाव में कांग्रेस और बसपा के चुनाव न लड़ने से सपा और बीजेपी के प्रत्याशियों से निराश मतदाता आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी का समर्थन कर सकते हैं।

अभी तक 4 नामांकन

मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में अभी तक 4 नामांकन हुए हैं। गुरुवार को भाजपा प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान ने नामांकन किया। इससे पहले बुधवार को सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद नामांकन कर चुके हैं। शुक्रवार को नामांकन का अंतिम दिन है। 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को रिजल्ट आएगा।

मिल्कीपुर सीट पर भाजपा का इतिहास

बता दें कि अयोध्या का मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र ऐसा है, जो भाजपा के लिए हमेश से संघर्षपूर्ण रहा है। 1967 में गठित इस सीट पर अब तक 17 बार विधानसभा चुनाव हुए हैं, लेकिन भाजपा सिर्फ तीन बार ही जीत हासिल कर पाई है। पहली बार 1969 में भारतीय जनसंघ के उम्मीदवार के रूप में हरिनाथ तिवारी ने जीत हासिल की थी। इसके 24 साल बाद रामलहर के दौरान 1991 में भाजपा को मिल्कीपुर सीट पर जीत नसीब हुई। 1991 में भाजपा प्रत्याशी मथुरा प्रसाद तिवारी ने मिल्कीपुर सीट पर जीत हासिल की थी, लेकिन तीसरी जीत के लिए भाजपा को फिर ढाई दशक इंतजार करना पड़ा। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार रहे गोरखनाथ बाबा ने वर्तमान सांसद अवधेश प्रसाद को हरा कर मिल्कीपुर में भगवा लहराया था। यह रिकॉर्ड बता रहे हैं कि मल्कीपुर भाजपा के लिए हमेशा से दुरूह रही है।

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