Ayodhya News Today: अयोध्या में एक बुजुर्ग महिला को परिजनों द्वारा रात के अंधेरे में सड़क किनारे छोड़ने का मामला सामने आया है। यह पूरी घटना CCTV में कैद हुई है। पुलिस महिला की पहचान और दोषियों की तलाश में जुटी है।
CCTV Viral Video Ayodhya: राम की नगरी अयोध्या, जहां हर कोना मर्यादा पुरुषोत्तम की करुणा और भक्ति से सराबोर रहता है, वहीं अब एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। यहां एक बुजुर्ग महिला को उनके ही परिजन रात के अंधेरे में सुनसान रास्ते पर लावारिस हालत में छोड़कर चुपचाप भाग गए। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसकी मदद से अब पुलिस मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
मामला अयोध्या के किशन दासपुर क्षेत्र का है। देर रात इलाके में लगे एक सीसीटीवी कैमरे में दो लोगों को एक बुजुर्ग महिला को सड़क किनारे छोड़ते हुए देखा गया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक अन्य महिला भी उनके साथ थी, लेकिन कुछ ही क्षणों में वे सभी बुजुर्ग को अकेला छोड़कर वहां से निकल जाते हैं।
इस घटना ने लोगों के मन को झकझोर दिया है। एक ओर जहां इस पवित्र नगरी को 'मर्यादा' की मिसाल माना जाता है, वहीं दूसरी ओर अपनों द्वारा अपनों को यूं बेसहारा छोड़ जाना समाज के लिए गंभीर सवाल खड़े करता है।
स्थानीय लोगों की नजर जब इस बुजुर्ग महिला पर पड़ी, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने महिला को दर्शन नगर स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है।
महिला की हालत इतनी नाजुक है कि वह बोलने की स्थिति में नहीं है। वह अपना नाम, पता या अपने परिजनों के बारे में कोई जानकारी नहीं दे पा रही हैं। यही वजह है कि पुलिस के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती उनकी पहचान कर पाना बन गई है।
पुलिस ने घटनास्थल और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से जांच शुरू कर दी है। जिन दो लोगों को महिला को छोड़ते हुए देखा गया है, उनकी पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि बुजुर्ग महिला किस रिश्ते में उन लोगों के साथ थीं और उन्हें इस हाल में छोड़ने के पीछे क्या वजह रही।
फिलहाल पुलिस स्थानीय प्रशासन और समाजसेवी संस्थाओं की मदद से महिला की पहचान कराने और परिजनों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
अयोध्या, जहां हर दिन राम नाम की गूंज सुनाई देती है, वहां रिश्तों की यह बेरुखी समाज को सोचने पर मजबूर कर रही है। यह सिर्फ एक महिला की नहीं, बल्कि उन सभी बुजुर्गों की कहानी है जिन्हें आज समाज में बोझ समझा जाने लगा है।