Ramayana Fair: "समाजवादी पार्टी गुंडों के संरक्षण बिना वैसे ही तड़पती है, जैसे पानी के बिना मछली।" सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह बात रामायण मेले के उद्घाटन के दौरान कही।
सीएम योगी आदित्यनाथ गुरुवार सुबह अयोध्या पहुंचे। उन्होंने हनुमानगढ़ी और रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई और 4 दिवसीय रामायण मेले का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "याद करें 500 साल पहले अयोध्या कुंभ में बाबर के आदमी ने क्या किया था। वही चीज संभल में हुई और वही चीज बांग्लादेश में हो रही है। इन तीनों की प्रकृति और डीएनए एक ही है। अगर कोई सोचता है कि यह सिर्फ बांग्लादेश में हो रहा है, तो समझ लें कि ऐसे तत्व यहां भी मौजूद हैं, जो आपको सौंपने के लिए तैयार बैठे हैं। उन्होंने सामाजिक एकता को तोड़ने की पूरी तैयारी कर ली है। इनमें से कुछ लोग ऐसे हैं जिनकी संपत्तियां विदेश में हैं। अगर यहां संकट आता है, तो वे भाग जाएंगे और बाकी लोगों को यहां मरने के लिए छोड़ देंगे।"
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या सनातन धर्म की पावन पूरी में से पहली है। हजारों वर्षों से विश्व मानवता का मार्ग अयोध्या ने प्रशस्त किया। अयोध्या एक ऐसी भूमि जहां कोई युद्ध करने का साहस नहीं कर सकता। पिछले साल जनवरी में पीएम मोदी के हाथों 500 वर्षों के संघर्ष के बाद रामलला फिर से प्रतिष्ठित हुए। पीएम ने अयोध्या के नागरिकों के प्रति अपना अनुराग व्यक्त किया था, लेकिन अयोध्या ने उनके साथ न्याय नहीं किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या आज सांस्कृतिक रूप से विश्व मंच पर अपनी पहचान बना रहा है। उन्होंने रामायण सीरियल की लोकप्रियता को याद करते हुए कहा कि उस दौर में लोग एक घंटे तक टीवी के सामने बैठकर इसे देखते थे। उन्होंने उल्लेख किया कि डॉ. राममनोहर लोहिया ने देश में रामायण उत्सव की शुरुआत की थी। योगी ने कहा कि जिनके हृदय में भगवान राम और माता जानकी के प्रति श्रद्धा नहीं है, उन्हें आत्ममंथन करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने डॉ. लोहिया को आदर्शवादी नेता बताते हुए कहा कि उनका समाजवादी दृष्टिकोण परिवारवाद से मुक्त था, लेकिन समाजवादी पार्टी परिवारवादी है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि सपा अपराधियों के संरक्षण पर निर्भर है। उनके बगैर समर्थन के ये उसी तरह असहाय हो जाते हैं जैसे मछली पानी के बिना। साथ ही, योगी ने यह भी कहा कि वे लोहिया के नाम पर राजनीति करते हैं, लेकिन उनके सिद्धांतों को अपनाते नहीं।
| तारीख | कार्यक्रम | कलाकार / समूह |
|---|---|---|
| 5 दिसंबर | रामलीला | हरे रामदास (श्री जानकी आदर्श रामलीला मंडल), अयोध्या |
| पखावज वादन | विजय रामदास, अयोध्या | |
| राम लाल नेहछू गायन | शांभवी शुक्ला, प्रयागराज | |
| भजन गायन | विजय अग्निहोत्री, लखनऊ | |
| 6 दिसंबर | रामलीला | हरे रामदास (श्री जानकी आदर्श रामलीला मंडल), अयोध्या |
| अवधी लोक गायन | संजोली पांडेय, अयोध्या | |
| अवधी लोक गायन व नृत्य नाटिका | क्षमा वर्मा, अयोध्या | |
| 7 दिसंबर | भजन गायन | वीरेंद्र सिंघल, झांसी |
| रामलीला | मनीष दास (अवध आदर्श रामलीला मंडल), अयोध्या | |
| पखावज वादन | राजीव रंजन पांडेय, अयोध्या | |
| लोक गायन | जान्हवी पांडेय, अंबेडकर नगर | |
| भजन / लोक गायन | यामिनी पांडेय, लखनऊ | |
| 8 दिसंबर | रामलीला | मनीष दास (अवध आदर्श रामलीला मंडल), अयोध्या |
| भजन व लोक गायन | कल्पना एस वर्मन, अयोध्या | |
| जादू | श्री राजेश श्रीवास्तव, अमेठी | |
| नृत्य नाटिका | संगीता आहूजा, अयोध्या | |
| भजन गायन | मगन मिश्रा, लखनऊ |