अंबेडकर चौक पर हुई विशाल जनसभा धान-गेहूं के समर्थन मूल्य, बिजली बिल माफी और एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत 13 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार पर बोला हमला
प्रदेश की भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों के विरोध में गुरुवार को कांग्रेस ने किसान क्रांति यात्रा निकाली। यात्रा की शुरुआत कांग्रेस कार्यालय से हुई। जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ता, किसान और बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं। कांग्रेस नेताओं ने बैलगाड़ी पर सवार होकर यात्रा का नेतृत्व किया। यात्रा शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए अंबेडकर चौक पहुंची। यहां समापन एक विशाल जनसभा के रूप में हुआ।
संबोधित करते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रदेश में बीते 22 वर्षों से भाजपा की सरकार है, लेकिन आज भी किसान उपेक्षा, बिजली संकट और बढ़ती लागत से त्रस्त हैं। चुनावों में लोक लुभावने वादों से किसानों को भ्रमित कर भाजपा ने हर बार विश्वासघात किया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा ने 2023 के विस चुनावों में किसानों से वादा किया था कि धान का समर्थन मूल्य 3100 प्रति और गेहूं का 2700 प्रति क्विंटल किया जाएगा, लेकिन दो साल बीत जाने के बावजूद सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया।
जनसभा में कांग्रेस नेताओं ने किसानों के हित में मांग पत्र भी पढ़ा। जिसमें प्रमुख रूप से धान का समर्थन मूल्य 3100 और गेहूं का 2700 प्रति क्विंटल किया जाए। किसानों को 24 घंटे सिंचाई हेतु बिजली उपलब्ध कराई जाए। किसानों पर दर्ज झूठे बिजली चोरी के प्रकरण वापस लिए जाएं। किसानों के बकाया बिजली बिल माफ किए जाएं। जिले के प्रमुख जलाशयों और नहरों की नियमित मर मत व सफाई की जाए। गुणवत्तापूर्ण खाद, बीज और कीटनाशक समय पर उपलब्ध कराए जाएं। नकली खाद-बीज सख्त कार्रवाई हो। फसलों के नुकसान का सर्वे कर किसानों को मुआवजा दिया जाए। किसानों के लिए एमएसपी पर कानूनी गारंटी लागू की जाए। कृषि कार्य के दौरान दुर्घटना में मृत्यु होने पर 50 लाख रुपए बीमा राशि दी जाए। सभा में वक्ताओं ने कहा कि यदि सरकार ने किसानों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो कांग्रेस राज्यभर में व्यापक आंदोलन शुरू करेगी।