Om Prakash Rajbhar Baliya visit बलिया में ओमप्रकाश राजभर ने सपा और कांग्रेस को जमकर हमला बोला है। ब्राह्मण विधायकों की बैठक पर भी उन्होंने जवाब दिया। मनरेगा के नाम बदलने पर बोले "कपड़ा पुराना हो जाता है तो बदल दिया जाता है।"
Om Prakash Rajbhar Baliya visit बलिया में ओमप्रकाश राजभर ने कांग्रेस और सपा पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जनता ने कांग्रेस को अधिकार दिया तो उन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाई। अब जनता ने नरेंद्र मोदी को अधिकार दिया है। नरेंद्र मोदी अपने हिसाब से काम करेंगे या कांग्रेस के नेताओं से पूछ कर करेंगे? सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आए थे। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने यह विचार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आज देश की पहचान विश्व में हो रही है। सड़क, रेल, हवाई जहाज की आज कनेक्टिविटी बढ़ गई है। सरकारी योजनाओं का लाभ लाभार्थियों तक डायरेक्ट पहुंच रहा है।
उत्तर प्रदेश के बलिया पहुंचे ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि आरएसएस धरातल में काम कर रहा है जो दिग्विजय सिंह के समझ में आया है, इसलिए उन्होंने तारीफ की है। अखिलेश यादव ने 86 एसडीएम बनाए हैं। जिसमें 56 यादव थे। यही ब्राह्मणों का सम्मान है। सरकार बन जाने के बाद वहां तक कोई पहुंच नहीं पाएगा। 2047 तक समाजवादी पार्टी और कांग्रेस इंतजार करें। विपक्ष में बोलने लायक बने रहें, बस इतना ही है। घोसी उपचुनाव में सुभासपा लड़ेगी के सवाल पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि एनडीए गठबंधन जो निर्णय लेगा, उसी आधार पर चुनाव लड़ा जाएगा।
मनरेगा के खिलाफ पदयात्रा निकालने को लेकर पूछे गए सवाल पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि पूरे बिहार में 38 जिलों में पदयात्रा निकाली गई थी। बिहार की तरह रिजल्ट आएगा। 100 दिन से बढ़कर 125 दिन का काम दे दिया गया है। पहले 6 महीने तक भुगतान नहीं होता था, अब भुगतान हो रहा है। दुनिया राम राम कर रही है। ऐसे में मनरेगा का नाम 'जी राम जी' कर दिया गया है तो क्या बुरा है? नाम बदलने की आवश्यकता क्यों पड़ी के सवाल पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जब कपड़ा पुराना हो जाता है तो बदल दिया जाता है।
ब्राह्मणों के भोज को लेकर पूछे गए सवाल पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि तिल का ताड़ बनाया जा रहा है। यह केवल भोज का कार्यक्रम था। सभी पार्टी के विधायक थे और एक साथ बैठकर भोज कर रहे थे। प्रदेश अध्यक्ष से आप लोगों ने ही सवाल पूछा होगा तो उन्होंने इसका जवाब दे दिया। अगली बैठक शलभमणि त्रिपाठी के यहां होने जा रही है के सवाल पर उन्होंने कहा कि होनी चाहिए।