CG News: बालोद जिले में कैचमेंट एरिया में हुई अच्छी बारिश से तांदुला जलाशय में लबालब पानी भर गया है।अब तांदुला जलाशय को ओवरफ्लो होने में अब मात्र एक फिट ही पानी बचा हुआ है।
CG News: छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में कैचमेंट एरिया में हुई अच्छी बारिश से तांदुला जलाशय में लबालब पानी भर गया है।अब तांदुला जलाशय को ओवरफ्लो होने में अब मात्र एक फिट ही पानी बचा हुआ है। लबालब भरे तांदुला को देखने बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं।
बेमेतरा जिले के बेरला ब्लॉक के किसानों के खेतों में धान की फसलों की सिंचाई के लिए पानी छोड़ने की मांग की थी, जिसके बाद सिंचाई विभाग ने विगत सप्ताह से सिंचाई के लिए पानी छोड़ा था।सेलूद के पास माइनर टूटने के कारण पानी व्यर्थ बह रहा था।
नदी में पानी जाने से जलकुंभी की सफाई के साथ भूजल स्तर भी सुधरेगा। शहर के नागरिक तरुण बड़तिया व गोलू गुप्ता ने बताया, तांदुला का एक बार ओवरफ्लो होना जरुरी है। इससे नदी की सफाई तो होगी। नदी किनारे गांवों में जहां भूजल स्तर नीचे गिरा है, वहां भूजल स्तर सुधरेगा। उम्मीद की जा रही है कि इस साल तांदुला ओवरफ्लो हो सकता है।
विभाग के ईई पीयूष देवांगन से जब तांदुला जलाशय से पानी सिर्फ रिसॉर्ट को बचाने के लिए छोड़े जाने की बात फैले होने के बारे में पूछा तो बताया कि हमारे किसानों व जिला प्रशासन से सिंचाई के लिए पानी छोड़ने का पत्र आया है। किसानों की मांगों को देखते हुए पानी छोड़ा गया है। यह बात पूरी तरह से गलत है कि जलाशय से पानी रिसॉर्ट को बचाने के लिए छोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा, वर्तमान में तांदुला का गेट बंद है।
सेलूद के पास माइनर टूटने से पानी व्यर्थ बह रहा था, जिसके बाद बुधवार से तांदुला के गेट को बंद कर दिया है। कार्यपालन यंत्री ने बताया कि विभाग माइनर की मरम्मत कराएगा। उसके बाद ही पानी छोड़ने पर विचार किया जाएगा।
दरअसल तांदुला जलाशय को लोग छलकते हुए देखना चाह रहे हैं। तांदुला जलाशय आखिरी बार 15 अगस्त 2022 को छलका था। वहीं साल 2024 में आधा फिट जलभराव और बचा था। उतने में ही किसानों की मांग पर पानी छोड़ दिया गया था, जिसके कारण लोगों में नाराजगी थी और उसी दिन से चर्चा हुई कि रिसॉर्ट को डूबने से बचाने पानी छोड़ दिया जाता है। फिलहाल सिचाई विभाग ने इन सारी बातों को अफवाह बताया है। जलाशय से सिर्फ पानी किसानों के धान की फसलों की सिंचाई के लिए ही छोड़ा गया।