Baloda Bazar Violence: छत्तीसगढ़ में सतनामी समाज ने बलोदा बाजार में उग्र प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन की आग ऐसी धधकी की समाज के लोगों ने कलेक्टर ऑफिस में पथराव किया, कई पुलिस कर्मी घायल हो गए, 300 से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
Baloda Bazar Violence: छत्तीसगढ़ में सतनामी समाज ने उग्र प्रदर्शन किया है। बलोदा बाजार में समाज के लोगों ने ऐसा बवाल किया की कलेक्टर ऑफिस में आग लगा दी। समाज के लोगों ने दफ्तर में जमकर पथराव किया इस हमले में कई पुलिसकर्मी और स्टाफ घायल हो गए। उग्रवादियों ने 300 से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया इसमें 50 वाहन चार पहिया वाहन थे।
बता दें कि जैतखाम तोडऩे के मामले में डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने 2 दिन पहले ही न्यायिक जांच की घोषणा की है। सतनामी समाज ने सोमवार को कलेक्ट्रेट घेराव का अल्टीमेटम दिया था। डिप्टी सीएम की घोषणा से प्रशासन और पुलिस निश्चिंत थे कि (Baloda Bazar Violence) स्थिति काबू में रहेगी। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। बेकाबू भीड़ द्वारा जमकर नुकसान पहुंचाने व कई पुलिसवालों के घायल होने के बाद महकमा एक्शन मोड पर आया।
शहर में इधर-उधर घूम रहे प्रदर्शनकारियों पर लाठियां भांजनी शुरू की गई। गली-गली में सर्चिंग अभियान भी चलाया गया। बताया जा रहा है कि भीड़ जब उग्र हुई, तब मौके पर कम पुलिसवालों की तैनाती थी। हालांकि, परिस्थिति बिगडऩे के बाद जिले में मौजूद पूरी फोर्स को एक्टिव किया गया।
इस मामले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सीएम हाउस में उच्च स्तरीय बैठक की। मुख्यमंत्री ने आईजी व कमिश्नर को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव और डीजीपी को तलब कर घटना की प्रारंभिक जानकारी ली एवं घटना की रिपोर्ट भी मंगाई है।
सीएम ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं और सभी से शांति व सौहार्द बनाए रखने की अपील की है। बता दें कि (Baloda Bazar Violence) इस मामले में पूर्व में ही न्यायिक जांच के लिए गृहमंत्री विजय शर्मा को निर्देशित किया था, जिसकी घोषणा उनके द्वारा की गई थी।
प्रदेश में कही भी सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे कृत्य करने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने सभी से सामाजिक साैहार्द्र बनाए रखने की अपील भी की है।
इस मामले में पूर्व विधायक गुरु रुद्रकुमार का कहना है कि आज की घटना निंदनीय है, लेकिन राज्य सरकार पहल करती तो यह घटना नहीं होती। आज की घटना क्यों घटी इसकी भी जांच होनी चाहिए। इस घटना के पीछे कौन असामाजिक तत्व है। शासन-प्रशासन की कितनी लापरवाही है। या फिर समाज को बदनाम करने के लिए कोई साजिश तो नहीं रची गई है। इन सब मामलों की शासन को जांच करना चाहिए।
इस घटना के बाद आसपास के जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया है। वहीं एसएसपी संतोष सिंह ने बताया कि घटना के बाद रायपुर से अतिरिक्त बल भेजा गया है। मामले पर पूरी नजर रखी जा रही है। शांति व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है।
इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, बलौदाबाजार में हुई हिंसा की घटना चिंताजनक है। यदि शासन-प्रशासन ने समय पर आवश्यक कदम उठाए होते तो लोगों की नाराजगी को (Baloda Bazar Violence) इस हद तक जाने से रोका जा सकता था। मैं समाज के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।