उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के मास्टरमाइंड छांगुर बाबा के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है। शनिवार को प्रशासन ने धर्मांतरण में शामिल छांगुर के भतीजे के अवैध मकान को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया।
यूपी के बलरामपुर में अवैध धर्मांतरण के मामले की पड़ताल जारी है। छांगुर बाबा और नसरीन की गिरफ्तारी के बाद ATS ने 19 जुलाई को सबरोज को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि सबरोज भी छांगुर बाबा के धर्मांतरण गैंग में शामिल था। वह रिश्ते में छांगुर बाबा का भतीजा है।
सबरोज, छांगुर के बलरामपुर में सारे काम देखता था। शनिवार सुबह करीब 11 बजे प्रशासन की टीम दो बुलडोजरों के साथ उसके गांव रेहरा माफी पहुंची और करीब 30 मिनट में उसका पूरा मकान ढाह दिया। कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।
सबरोज का यह घर छांगुर और नसरीन की कोठी से 1 किमी दूर था। प्रशासन ने इससे पहले 8, 9 और 10 जुलाई को छांगुर बाबा की 3 करोड़ की कोठी पर बुलडोजर चलाया था, जो नसरीन के नाम पर थी।
SDM उतरौला सत्यपाल प्रजापति के मुताबिक, 3 महीने पहले सबरोज के खिलाफ सरकारी जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत मिली थी। बताया गया था कि बसरोज ने रेहरा माफी में 300 स्क्वायर फीट की जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा कर मकान बनवाया है।
जांच में शिकायत सही मिलने पर सबरोज को पहला नोटिस 15 मई 2025 को भेजा गया। इस पर उसका कोई रिप्लाई नहीं आया। इसके बाद दूसरा नोटिस 29 जून को जारी किया गया। इस बार भी कोई संज्ञान नहीं लिया। दोनों नोटिस के अनदेखी के बाद 18 जुलाई को अंतिम चेतावनी नोटिस भेजा गया और 23 जुलाई तक का समय दिया गया।
सबरोज के परिवार ने फिर कुछ दिन का समय और मांगा, इस पर उसे दो दिन का समय और दिया गया। दो दिन पूरा होने के बाद शनिवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। मकान में एक किचन, एक कमरा और एक बरामदा बना हुआ था, जिसे बुलडोजर से जमींदोज कर दिया गया।
कार्रवाई के दौरान सीओ राघवेंद्र सिंह और एएसपी विशाल पांडेय और एसडीएम सत्यपाल प्रजापति मौजूद रहे। इस दौरान सुरक्षा के मद्देनजर 30 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। दो बुलडोजर ने मिलकर 7 मिनट में छत और 10 मिनट में दीवारें गिरा दी। पूरा घर जमींदोज होने में करीब आधे घंटे का समय लगा।