शरीर के अन्य हिस्सों को संक्रमण से बचाने के लिए बलन्ना के कान के संक्रमित हिस्से का हटाया गया।
शिवमोग्गा के सकरेबाइलू हाथी शिविर में रखे गए हाथियों में से एक, बलन्ना कान की सर्जरी के बाद ठीक हो रहा है। पशु चिकित्सकों की कड़ी निगरानी में है।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, बलन्ना Elephant Balanna के दाहिने कान में गैंग्रीन का संक्रमण फैल गया था, जिससे कान का हिस्सा काला पड़ गया और उसमें से तरल पदार्थ निकलने लगा था। स्थिति गंभीर होने पर बेंगलूरु से विशेष पशु-चिकित्सा दल शनिवार शाम तत्काल शिविर पहुंचा। पांच सदस्यीय इस दल का नेतृत्व डॉ. चेट्टियप्पा और डॉ. रमेश ने किया। टीम ने बलन्ना की जांच कर तुरंत उपचार शुरू किया। शरीर के अन्य हिस्सों को संक्रमण से बचाने के लिए बलन्ना के कान के संक्रमित हिस्से का हटाया गया।
चिकित्सकों के अनुसार शिविर में अधिकारी लगातार उसकी देखभाल कर रहे हैं।