मैसूरु. प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित विजयनगर प्रथम चरण में आयोजित त्रिमूर्ति शिव जयंती समारोह में ज्ञान-विज्ञान दिव्य दर्शन मेला तथा काशी विश्वनाथ मंदिर की झांकी का भक्तों ने खूब आनंद लिया। मुख्य संयोजिका बीके लक्ष्मी ने कहा कि दुनिया को आगे बढाने, बुराइयों को दूर करने और अच्छाइयों को लाने का […]
मैसूरु. प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित विजयनगर प्रथम चरण में आयोजित त्रिमूर्ति शिव जयंती समारोह में ज्ञान-विज्ञान दिव्य दर्शन मेला तथा काशी विश्वनाथ मंदिर की झांकी का भक्तों ने खूब आनंद लिया।
मुख्य संयोजिका बीके लक्ष्मी ने कहा कि दुनिया को आगे बढाने, बुराइयों को दूर करने और अच्छाइयों को लाने का महान कर्तव्य केवल सर्वशक्तिमान भगवान शिव ही कर सकते हैं। शिव का अर्थ कल्याणकारी और मंगलकारी होता है। वे स्वयं प्रकाशित ज्योतिर्बिंदु हैं। उनका स्वरूप परम आनंदमय से भी सूक्ष्म है। हम उन्हें भौतिक आंखों से नहीं देख सकते। भगवान शिव ही सृष्टि हैं। इस मानव जगत के कल्प वृक्ष के मूल बीज हैं। शिवलिंग इसी का प्रतीक है। इस मौके पर विरम सिंह नरुका, बीके रंगनाथ, नागराज तथा रामचंद्र राव आदि मौजूद थे।