पालोदा-गढ़ी-आनंदपुरी से गुजरकर गुजरात बॉर्डर तक करोड़ों की लागत से बन रहे स्टेट हाइवे-10 ‘ए’ का काम आधा-अधूरा होने के बावजूद कम्पनी ने पहले ही आंजना टोल पर टैक्स की वसूली शुरू कर दी है।
अरथूना (बांसवाड़ा)। जिले के पालोदा-गढ़ी-आनंदपुरी से गुजरकर गुजरात बॉर्डर तक करोड़ों की लागत से बन रहे स्टेट हाइवे-10 ‘ए’ का काम आधा-अधूरा होने के बावजूद कम्पनी ने पहले ही आंजना टोल पर टैक्स की वसूली शुरू कर दी है।
अरथूना, आंजना, कोटड़ा आंनदपुरी के लोगों को परतापुर जाने के लिए खराब सड़क पर भी अपनी जेब ढिली करने पड़ेगी। आंनदपुरी से परतापुर तक 38 किमी के सफर के आने-जाने के लिए कार वालों को 125 रुपए व मिनी बस के लिए 190 रुपए का टोल देना पड़ेगा। कुछ ग्रामीणों ने टोल टैक्स की वसूली को लेकर विरोध-प्रदर्शन भी किया। उनका कहना है कि अरथूना, आंजना तथा आसपास के गांव के लोगों का नजदीकी नगर परतापुर में आए दिन काम पड़ता है, जिसकी दूरी मात्र 15 किमी है। ऐसे में टोल टैक्स के नाम पर यह वसूली लागू होने से वह खुद को ठगा सा महसूस करने लगे हैं।
टोल प्लाजा के पास से एक सड़क गुजरती है, जो आगे जाकर स्टेट फिर से हाइवे पर मिल जाती है। टोल कम्पनी ने वहां बेरिकेड्स लगाकर वाहनों को रोका व टोल की तरफ डायवर्ट करने का प्रयास किया। ग्रामीणें के विरोध के बाद फिलहाल बेरिकेड्स हटा दिए गए।
इस मार्ग पर छाजा से बरकोटा घाटी से बस स्टैंड तक सडक़ निर्माण, गढ़ी बायपास तथा मेतवाला में नाली निर्माण जैसे काम अधूरे पड़े हैं। सडक़ पर डामरीकरण नहीं होने से बारिश में यह मार्ग कीचड़ से सना हुआ है। ठेकेदार और संबंधित विभाग की अनदेखी के चलते आमजन को परेशानी हो रही है, फिर भी टोल वसूली शुरू कर दी गई है।
स्टेट हाइवे पर लगाए गए टॉयलेट बारिश के मौसम में तेज हवाएं चलने से ही टूट गए। ऐसे में घटिया काम होना सामने आया है। अरथूना में लगाई सोलर स्ट्रीट लाइटें बंद होने लगी हैं। काम की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं।
कार, जीप, वेन -85-----125
एलसीवी-मिनी बस--130--190
बस व ट्रक-------250-----380
हेवी कमर्शियल व्हीकल, ई.एम.ई, एम.ए.वी.---420--630
ऑवर साइज व्हीकल---505--775
161 करोड़ रुपए की लागत से बना है यह रोड
53.275 किलोमीटर है इसकी कुल लबाई
लोग बोले
डूंगरपुर जिले के अन्य टोल नाके की तुलना में यहां ज्यादा वसूली की जा रही है। इस बात को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।
भूरालाल डामोर, सरपंच, झड़स
स्टेट हाइवे पर पेड़ों की कटाई की गई। वापस उसी अनुपात में पौधों को लगाया जाना था, लेकिन सबंधित कम्पनी ने पौधरोपण नहीं किया।
कुलदीप पण्ड्या, कार्यकर्ता
ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान जल्द किया जाएगा। साथ ही 15 किमी परिधि के निवासियों को पास सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
दिनेश मीणा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, बांसवाड़ा