आस्था के प्रतीक भगवान जगदीश मंदिर पर हर सालों की भांति भक्तों द्वारा रथयात्रा महोत्सव मनाने की जोर शोर से तैयारियां चल रही थी। इन तैयारियां के बीच शनिवार रात को मंदिर के गर्भगृह मैं रखी भगवान रामलला की मूर्ति, ङ्क्षसहासन, दो छत्र, नगदी को चोर ले गए। यह लगभग डेढ़ किलो चांदी से बने हुए थे।
चोरी की घटना से लोगों और श्रद्धालुओं में निराशा
बमोरीकलां. आस्था के प्रतीक भगवान जगदीश मंदिर पर हर सालों की भांति भक्तों द्वारा रथयात्रा महोत्सव मनाने की जोर शोर से तैयारियां चल रही थी। इन तैयारियां के बीच शनिवार रात को मंदिर के गर्भगृह मैं रखी भगवान रामलला की मूर्ति, ङ्क्षसहासन, दो छत्र, नगदी को चोर ले गए। यह लगभग डेढ़ किलो चांदी से बने हुए थे।
जानकारी के अनुसार पुजारी संजय शर्मा ने बताया कि रविवार सुबह चार बजे के बाद मंदिर पर सेवा पूजा के लिए पहुचा तो मुख्य द्वार खुला हुआ था। अंदर गर्भगृह के भी द्वार खुले थे। देखने पर गर्भगृह के अंदर रखी लगभग रामलला की मूर्ति, दो छत्र, एक ङ्क्षसंहासन सहित भेंट चढ़ाई पन्द्रह सौ रुपये की राशि भी गायब मिली। इस घटना के बाद फोन से समिति सदस्यों को इस घटना की सूचना दी। इसके बाद मंदिर पर लोगों की भीड़ इक_ी हो गयी।
घटना के बाद थानाधिकारी महेंद्र मीणा मय जाप्ता मंदिर पर घटना का जायजा लेने के लिए पहुंचे। मंदिर के आसपास साक्ष्य जुटाए गए। तथा कस्बे के मुख्य रास्तो पर लगे सीसीटीवी कैमरों की सहायता से घटना की तकनीकी सहायता से जानकारी ली गयी। दोपहर बाद पुलिस उपाधीक्षक सोजीलाल द्वारा भी घटनास्थल का जायजा लेने के लिए बमोरीकलां पहुंचे। 7 जुलाई को मंदिर पर भगवान जगन्नाथ रथयात्रा महोत्सव को लेकर बड़ी धूमधाम के साथ तैयारियां चल रही थी। इस महोत्सव को लेकर रंगाई पुताई सहित अन्य सजावटी काम मजदूरों से करवाये जा रहे थे।लेकिन इस घटना से समिति सदस्यो में मायूसी देखने को मिली।
भगवान जगदीश मंदिर पर पिछले दो माह पूर्व रामनवमी के पर्व पर रामलला की प्राणप्रतिष्ठा का तीन दिवसीय आयोजन कर स्थापना की गई थी। मूर्ति चोरी के बाद क्षेत्रवासियो में निराशा का भाव है।