कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि इस बार राजस्थान में बारां जिले में सर्वाधिक बरसात हुई है। जिसमें भी किशनगंज क्षेत्र में 1977 एमएम बरसात हुई है जो रिकॉर्ड है। अतिवृष्टि के चलते मांगरोल को छोड$कर सम्पूर्ण जिले में 40 से 70 प्रतिशत फसल में खराबा हुआ है।
बारां जिले में प्रदेश की सर्वाधिक बरसात, नुकसान का आकलन अब 35 प्रतिशत खराबे पर : कृषिमंत्री
बारां. कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि इस बार राजस्थान में बारां जिले में सर्वाधिक बरसात हुई है। जिसमें भी किशनगंज क्षेत्र में 1977 एमएम बरसात हुई है जो रिकॉर्ड है। अतिवृष्टि के चलते मांगरोल को छोड$कर सम्पूर्ण जिले में 40 से 70 प्रतिशत फसल में खराबा हुआ है। कृषि मंत्री मीणा ने कहा कि यहां पर यूरिया व डीएपी के साथ टैग कर अन्य सामग्री देने की शिकायत मिली है। इसको सुधारेंगे। कोई कम्पनी किसान की इच्छा के खिलाफ टैग नहीं करेगी। अगर शिकायत मिली तो कार्रवाई की जाएगी। मंत्री मीणा ने कहा कि जिले में अतिवृष्टि के दौरान पानी में डूबने तथा आकाशीय बिजली गिरने से 19 जनों की मौत हुई है। इसमें डूबने से हुई मौत के 13 तथा बिजली गिरने 6 प्रकरण हैं। इनमें कुल 14 परिवारों को जिला प्रशासन ने आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई है, बाकि अन्य प्रक्रियाधीन हैं। दोपहर बाद वे सर्किट हाउस पहुंचे। जहां पर कार्यकर्ताओं से चर्चा की। इस दौरान विधायक डॉ. ललित मीणा, राधेश्याम बैरवा एवं जिला कलक्टर रोहिताश्व ङ्क्षसह तोमर भी मौजूद रहे। मंत्री किरोड़ी लाल मीणा से बारां प्रवास के दौरान विधायक ललित मीणा ने नगर परिषद की कार्रवाई को लेकर शिकायत की। उन्होंने मामले में स्वायत शासन मंत्री खर्रा से चर्चा करने की बात कही।
3 माह में भूचाल ला दिया, देखते हैं 6-8 महीनों में क्या होगा
कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने अपनी ही सरकार से खफा रहने के सवाल पर सर्किट हाउस में तपाक से जवाब दिया कि मैंने जनता के प्रति जवाबदेही को स्वीकार किया है। मैं सरकार से खफा नहीं हूं, मैंने चुनाव के दौरान घोषणा की थी कि यदि मेरे क्षेत्र में पार्टी उप चुनाव हार जाती है तो नैतिकता के नाते मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा। मीणा ने कहा कि जिस इलाके में असर रखता हूं, वहां पर हम सातों सीटें हार गए। मेरा इस्तीफा करीब एक साल तक लंबित रहा। अब केंद्र के निर्देश पर बीते 3 माह से में फिर से काम पर हूं। कैसा काम कर रहा हूं, ये तो आप सब देख ही रहे है। अब 6-8 महीने ऐसा ही काम करता रहा तो भूचाल आ जाएगा। डॉ. मीणा ने कहा कि मैंने जनता के प्रति अपनी जवाबदेही को स्वीकार किया है, और अपने वादे के अनुसार इस्तीफा दिया था। लेकिन केंद्र सरकार के निर्देश पर अब फिर से काम पर लौटा हूं। मीणा ने 66 हजार करोड़ के खनन घोटाले के मामले पर सफाई देते हुए कहा कि मामला न्यायालय में है, इस पर में कुछ नहीं कहूंगा। मैं अपना स्टैंड लेता हूं तो पीछे नहीं हटता। न्यायालय का दखल खत्म होने पर इसे अंजाम तक पहुंचाएंगे। इस मामले मैंने शिकायत की थी और दस्तावेजों के आधार पर घोटाला मानते हुए मामला भी दर्ज कर लिया था। लेकिन बाद में इस पर कोर्ट का स्टे आ गया। इससे यह मामला पेंङ्क्षडग है। उन्होंने कहा कि मैं अपनी बात से कभी पलटता नहीं हूं, जैसे ही मामले में न्यायालय का दखल खत्म हो जाएगा, इम इसे अंजाम तक पहुंचाकर रहेंगे।
जेल पहुंचे किरोड़ी, बोले-कंवरलाल से मिला
झालावाड़़. कृषि एवं आपदा प्रबन्धन मंत्री किरोड़ी लाल मीणा शनिवार को झालावाड़ के पिपलोदी गांव पहुंचे और मृतक बच्चों के परिजनों से मिले। यहां से दोपहर में वे सीधे झालावाड़ शहर स्थित जेल पहुंचे। उन्होंने यहां बंद अंता के पूर्व विधायक कंवरलाल मीणा से आधे घंटे मुलाकात करना बताया। इस जेल में नरेश मीणा भी बंद है। हालांकि किरोड़ी ने नरेश से मुलाकात की बात से इनकार किया। नरेश को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद शनिवार शाम को जेल से रिहा कर दिया गया। जेल से बाहर निकलने के बाद कृषि मंत्री ने कहा कि कंवरलाल हमारी पार्टी के विधायक रहे है। उनकी जमानत के लिए मैं स्वयं राज्यपाल से मिलूंगा। ये थोड़ा लीगल मामला है। नरेश से मुलाकात के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उनसे मैं पहले मिल चुका हूं। अभी एक ही व्यक्ति से मिलने का नियम है।