Rajasthan Politics: रामपाल मेघवाल 2013 में बारां जिले की अटरू विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीत चुके थे। इस बार वह अंता उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरने जा रहे हैं।
Anta Assembly Seat: राजस्थान के बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव में अब मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है। नामांकन की आखिरी तारीख पर बीजेपी के पूर्व विधायक रामपाल मेघवाल ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया जिससे चुनावी माहौल में नया मोड़ आ गया है।
रामपाल मेघवाल 2013 में बारां जिले की अटरू विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीत चुके थे। इस बार वह अंता उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि उनके चुनावी दांव से भाजपा और कांग्रेस दोनों को नुकसान हो सकता है।
अंता सीट पर इस उपचुनाव में बीजेपी ने अपने मजबूत कार्यकर्ता और वर्तमान प्रधान मोरपाल सुमन को मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया को टिकट दिया है जो पहले भी अंता सीट से चुनाव लड़ चुके हैं।
दिलचस्प यह है कि कांग्रेस के वैकल्पिक उम्मीदवार के तौर पर प्रमोद जैन भाया की पत्नी उर्मिला जैन भी नामांकन दाखिल कर चुकी हैं। इसके अलावा एसडीएम के साथ हुए विवाद के बाद चर्चा में आए नरेश मीणा ने भी इस उपचुनाव में अपनी दावेदारी पेश की है।
21 अक्टूबर को नामांकन की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद अब अंता सीट पर बीजेपी-कांग्रेस के साथ ही निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में हैं। यह उपचुनाव बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए महत्वपूर्ण है और रामपाल मेघवाल के निर्दलीय रूप से मैदान में उतरने के बाद अब स्थिति और भी रोमांचक हो गई है। चुनावी रणनीतियों और दावेदारों की बढ़ती संख्या से अंता सीट पर मुकाबला अब और भी दिलचस्प हो गया है।